गया में रावण दहन की भीड़ की आड़ में थाने के बगल में चचेरे भाई की चार गोली मारकर हत्या
गया में दशहरा के दौरान दो युवकों दोनों का नाम दीपक की हत्या से सनसनी फैल गई। शेरघाटी में संपत्ति विवाद के चलते एक दीपक को उसके चचेरे भाई ने गोली मार दी जिसने बाद में आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं गया शहर में दूसरे दीपक की विजयादशमी पर घूमने के दौरान पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।

जागरण टीम, गया। गुरुवार की शाम दशहरे की धूमधाम और रावण दहन की भीड़भाड़ के बीच गया शहर और जिले के शेरघाटी में दो युवकों की सरेआम हत्या कर दी गई। दुर्योग यह की दोनों के नाम दीपक ही थे।
शेरघाटी थाना से मात्र 30 मीटर बगल में स्थित नया बाजार रजिस्ट्री कार्यालय के पास 24 वर्षीय दीपक की हत्या उसके चचेरे भाई ने ही कर दी। उसे चार गोलियां मारी गईं, इसके बाद आरोपित राजेश गुप्ता ने थाने में समर्पण कर दिया। उसने संपत्ति विवाद में सुनियोजित तरीके से हत्या की बात स्वीकार की है। दीपक द्वारिका प्रसाद का दत्तक पुत्र था, उनकी शेरघाटी बाजार में काफी जमीन, जायदाद है।
प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार एवं एएसपी शैलेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। घटनास्थल से शराब की बोतल और एक कट्टा बरामद किया गया है। बताया, आरोपित से पूछताछ की जा रही है, हत्या संपत्ति विवाद के कारण की गई है।
इधर, गयाजी शहर में विजयादशमी पर घूमने निकले दूसरे युवक दीपक की बिपार्ड (बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान) के पास पीटकर हत्या कर दी गई। वह मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के घुटिया गांव का रहने वाला था।
वह ब्रह्मवन पार्क का कर्मचारी था। मगध मेडिकल थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि युवक दशहरा घूमने के लिए निकला था। इसी दौरान कुछ लोगों के साथ विवाद हुआ और उसे पीट-पीट मार डाला। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आक्रोशित लोग देर रात तक सड़क जाम किए हैं।
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