पेट्रोल पंप पर कार्ड से पेमेंट करने से आपको मिलता है ये फायदा, जानिए..
पटना के पेट्रोल पंपों पर कैशलेस के दावे दरकिनार हैं और पेमेंट कैश से ही होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं पेट्रोल पंप पर कैशलेस ट्रांजेक्शन से क्या फायदे है....
पटना [दिलीप ओझा]। अन्य सेक्टरों की तस्वीर भले गुलाबी हो लेकिन सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद पेट्रोल पंपों पर कैशलेस कोने में दुबका नजर आ रहा है। यहां नकदी की ही बहार है।लेकिन क्या आप जानते हैं पेट्रोल पंप से पेट्रोल या डीजल लेने के बाद कैशलेस पेमेंट करने से आपको क्या फायदा मिलेगा....
फिलहाल ग्राहकों से ढाई फीसद एमडीआर नहीं लिया जाता है। इसके साथ ही कैशलेस ट्रांजेक्शन करने वाले ग्राहकों को .75 फीसद कस्टमर इंसेंटिव भी दिया जाता है। मतलब, अगर कोई ग्राहक सौ रुपये का पेट्रोल अथवा डीजल लेता है तो उसे 75 पैसे की रियायत भी मिलती है। इसके बावजूद कैशलेस ट्रांजेक्शन की स्थिति 10 फीसद से भी नीचे चल रही है।
क्या है वजह
जानकारों का कहना है कि कैशलेस के फायदे के बारे में ग्राहकों को जानकारी की कमी है। कस्टमर इंसेंटिव के बारे में लोगों को कम जानकारी है। कुछ ग्राहकों की शिकायत स्वाइप ट्रांजेक्शन से भी है।
नोटबंदी के बाद नवंबर-दिसंबर 2016 में जहां कैशलेस ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 40 फीसद पर पहुंच गया था, फिलहाल यह दस फीसद से भी कम हो गया है। यह तस्वीर तब जबकि कैशलेस ग्राहकों से ढाई फीसद एमडीआर नहीं लिया जा रहा है, ऊपर से 0.75 फीसद इंसेंटिव का भी इंतजाम है। बता दें कि नोटबंदी की घोषणा आठ नवंबर 2016 को हुई थी।
नोटबंदी के बाद क्यों बढ़े थे कैशलेस ग्राहक
जानकारों का कहना है कि तब नकदी की किल्लत थी। लोग कार्ड से भी पेट्रोल-डीजल का भुगतान करते थे। पंपों से कैश देने की भी सहूलियत दी गई थी। नोटबंदी से पूर्व मर्चेंट डिस्काउंट रेट यानी एमडीआर ढाई फीसद ग्राहकों को देना होता था जो नोटबंदी के बाद फ्री कर दिया गया था। इसका भी ग्राहक लाभ लेने लगे थे।
बढ़ने के बाद घटने लगा कैशलेस ट्रांजेक्शन
40 फीसद तक पहुंचने के बाद पेट्रोल पंपों पर कैशलेस ट्रांजेक्शन घटने लगा। दरअसल, एमडीआर फिर ग्राहकों को देने का प्रावधान बना दिया गया। बाद में इसे पेट्रोल पंपों पर लाद दिया गया। विरोध के बाद इसे कंपनियों को डाला गया।
कहा-बिहार पेट्रोलिय डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने
पेट्रोल पंपों पर कैशलेस ट्रांजेक्शन की स्थिति दयनीय है। फिलहाल यह दस फीसद से भी कम हो गया है जो नोटबंदी के बाद 40 फीसद था।
प्रभात कुमार सिंह, अध्यक्ष, बिहार पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन
कहा-ग्राहक ने
कार्ड से भुगतान एक-दो बार किया था। पैसा कट गया लेकिन ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ। लिहाजा पेट्रोल भी नहीं मिला। फिर कटे पैसे की रिकवरी के लिए परेशान होना पड़ा।
शैलेश कुमार चौबे, ग्राहक