Bihar News: सरकारी विद्यालयों में आईसीटी लैब की होगी जांच, खराबी मिलने पर प्रिंसिपल पर होगी कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने आईसीटी लैब की जांच के निर्देश सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया है। इसमें कहा है कि अगर विद्यालयों में आईसीटी लैब विद्यार्थियों के उपयोग में नहीं लाया जा रहा है तो इसके लिए संबंधित प्रधानाध्यापकों की जवाबदेही तय करते हुए स्पष्टीकरण मांगें। प्रधानाध्यापकों से भी कहा गया है कि संबंधित एजेंसी से संपर्क कर सभी कंप्यूटर सेट की जांच कराएं।

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Government School राज्य के सरकारी विद्यालयों में स्थापित आईसीटी (इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी) लैब की जांच होगी। 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए इनकी स्थापना हुई है। इनमें से अधिसंख्य के उपयोग में नहीं आने की सूचना है।
इसे गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने निरीक्षी अधिकारियों से जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। अगर जांच में कंप्यूटर खराब पाए गए तो संबंधित एजेंसी पर जुर्माना लगेगा और खराब कंप्यूटर वापस किए जाएंगे। इसके साथ ही एजेंसी के साथ किया गया अनुबंध भी रद्द होगा।
प्रधानाध्यापकों की जवाबदेही तय होगी
शिक्षा विभाग ने आईसीटी लैब की जांच के निर्देश सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया है। इसमें कहा है कि अगर विद्यालयों में आईसीटी लैब विद्यार्थियों के उपयोग में नहीं लाया जा रहा है तो इसके लिए संबंधित प्रधानाध्यापकों की जवाबदेही तय करते हुए स्पष्टीकरण मांगें। स्पष्टीकरण के आधार पर जिम्मेवार प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई होगी।
प्रधानाध्यापकों से भी कहा गया है कि संबंधित एजेंसी से संपर्क कर सभी कंप्यूटर सेट की जांच कराएं। बता दें कि हर विद्यालय में आईसीटी लैब की स्थापना पर छह लाख 40 हजार रुपये खर्च किया गया है। इस राशि से प्रत्येक विद्यालय में दो स्मार्ट क्लास रूम का निर्माण कराया गया है।
इसमें कंप्यूटर, पीसी इंटीग्रेटेड टीचिंग लर्निंग डिवाइस, कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम, लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, के साथ डिजिटल बोर्ड, फ्री और ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर और 16 जीबी रैम के साथ सर्वर, हार्ड डिस्क, प्रोजेक्टर/एलसीडी/एलईडी, प्रिंटर, स्कैनर, वेब कैमरा और मोडेम समेत अन्य उपकरण लगाये गए हैं।
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