Patna News: डाक से भेजता था फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, उलझा देते थे एक अपराधी के तीन नाम
सुभाष चंद्रा सिर्फ पटना में नहीं बल्कि अन्य जिलों में बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी कर चुका था। वह डाक से नियुक्ति पत्र भेजता था फर्जी। दूसरे के नाम पर आइडी कार्ड बनवाता था। उसने अपने कई नाम रखे थे जिससे बेवकूफ बनाता था।

जागरण संवाददाता, पटना। कोतवाली थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा सुभाष चंद्रा सिर्फ पटना में नहीं, बल्कि अन्य जिलों में बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। हाइकोर्ट सहित अन्य सरकारी विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करता था। इस खेल में वह अकेला नहीं हैं, बल्कि गिरोह बनाकर काम कर रहा था। सुभाष ही गिरोह सरगना है। उसने अपने तीन नाम रखे थे।
हरेक सदस्य की भूमिका भी अलग
गिरोह में हरेक सदस्य की भूमिका भी अलग होती थी। युवकों से संपर्क करना, उन्हें नौकरी का झांसा देना और फिर भरोसे में लेकर उनसे पैसा कब और किसके खाता में जमा कराना हैं, योजना के तहत गिरोह काम करता था। सुभाष खुद को रीडर बताता था और उसके अन्य साथी प्रशिक्षक व लिपिक बन जाते थे।
दो दर्जन के साथ की ठगी
सुभाष और उसके साथियों ने सिवान जिले में दो दर्जन युवकों को इसी साल डाक से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजता था और बहाली के नाम पर तीन-तीन लाख रुपये की ठगी करता था। इसी साल जनवरी में सिवान जिले में सुभाष चंद्रा और उसके दो अन्य साथियों के खिलाफ केस हुआ है, जिसमें दो दर्जन युवकों से ठगी की बात सामने आई।
सिवान में भी दर्ज है केस
इस गिरोह ने इन युवकों काे भी डाक से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेज दिया था और पैसा अलग अलग खातों में जमा कर लिया था। बाद में युवकों को पता चला कि लेटर फर्जी था। कोतवाली इंस्पेक्टर राजन कुमार ने बताया कि उसके अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जांच में पता चला कि सुभाष चंद्रा के खिलाफ खिलाफ सिवान जिले में भी केस दर्ज हुआ है। वहां भी कई लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी का मामला दर्ज है। सुभाष को रिमांड पर लेकर पूछताछ किया गया जाएगा। वह और किस जिले में किन लोगों से ठगी किया है, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
अलग अलग नाम से है सरगना की पहचान
सुभाष चंद्रा के खिलाफ दो वर्ष पूर्व कोतवाली थाने में केस हुआ था। सुभाष चंद्रा हर जगह अपना नाम बदल देता था। इस वजह से उसे सुभाष चंद्र बोस उर्फ संतोष कुमार उर्फ गार्ड साहब के नाम से लोग जानते हैं। कोतवाली थाने की पुलिस ने उसे गोपालपुर के चक बैरिया से गिरफ्तार कर किया और जेल भेजा।उसके पास से फर्जी आईडी कार्ड, फर्जी दो टंकित लेटर पैड, फर्जी प्रवेश पत्र, फर्जी नियुक्ति पत्र, फर्जी शपथ पत्र, फर्जी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, कई अभ्यर्थियों का शैक्षणिक प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बरामद किया गया है।
साइबर थाने की पुलिस भी कर चुकी है भंडाफोड़
बीते 25 अप्रैल को साइबर थाने की पुलिस ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो हाइकोर्ट से लेकर सचिवालय का फर्जी वेबसाइट बनाकर हाइकोर्ट में क्लर्क, चपरासी का नौकरी दिलाने का दावा करते थे। जाल में फंसने वाले बेरोजगारों से पैसा वसूलने के लिए यह गिरोह भी फर्जी वेबसाइट से साक्षात्कार, दस्तावेजों की जांच एवं योगदान कराने का फर्जी मेल भेजते थे। पोस्ट आफिस से ज्वाइिनंग लेटर भी भेजा गया था। प्रशिक्षण के नाम पर तीन महीने तक हाइकोर्ट परिसर में किसी निजी कंपनी में स्क्रैनिंग के काम में लगा दिया जाता था। तय राशि वसूलने के लिए ठग तीन महीने तक फर्जी वेबसाइट से ही प्रशिक्षण के दौरान वेतन देते थे।
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