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    बिहार में 63 ईसाइयों ने की हिंदू धर्म में वापसी, संत रविदास जयंती पर आरा में हिंदू जागरण मंच ने कराया ये काम

    By Shubh Narayan PathakEdited By:
    Updated: Thu, 17 Feb 2022 09:07 AM (IST)

    Bihar News बिहार में संत रविदास जयंती के मौके पर हिंदू जागरण मंच ने एक बड़ा काम किया है। यहां मंच के प्रयास 13 हिंदू परिवारों के 63 लागों को हिंदू धर्म में वापसी कराई गई। इन सभी लोगों ने कई साल पहले इसाई धर्म अपना लिया था।

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    बिहार में हिंदू धर्म में वापस लौटे 13 परिवार। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    उदवंतनगर (भोजपुर), संवाद सूत्र। भोजपुर जिले के उदवंतनगर प्रखंड के भेलाई गांव में सात साल पहले ईसाई बने करीब पांच दर्जन हिन्दुओं की बुधवार को संत रविदास जयंती के अवसर पर सनातन धर्म में वापसी हो गई। इस दौरान  संत शिरोमणि रविदास की प्रतिमा रखकर पूजा-अर्चना की गई। हिन्दू जागरण मंच की गरीबों को सनातन धर्म में वापस लाने में अहम भूमिका रही। मंच के धर्म जागरण समन्वय जिला प्रमुख मिथिलेश कुमारी जानकी ने बताया कि जब पता चला कि सनातन  धर्म के लोग ईसाई धर्म स्वीकार कर लिए हैं, तब वे लोग हिन्दू से ईसाई बने परिवारों से मिले। शुरू में तो कुछ परेशानी हुई, लेकिन, बाद में लोगों ने धर्म में लौटने का मन बना लिया।

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    घर वापसी कराने के लिए भेलाई में धर्म रक्षा समिति का गठन किया गया और गांव की गायत्री देवी को अध्यक्ष बनाया गया। समिति की सक्रियता रंग लाई ।  13 परिवार के 63 सदस्य, जिन्होंने ईसाई धर्म को सात वर्ष पूर्व स्वीकार किया था, वे पुन: हिन्दू धर्म में आने के तैयार हो गए। पिछले साल 31 अक्टूबर को  शुद्धिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।  जिसमें सभी 13 परिवार के लोग शामिल हुए। इसके बाद भेलाई गांव में पिछले 50 वर्षों में पहली बार रविदास जयंती का आयोजन कर सार्वजनिक रूप से उन्हें हिंदू धर्म में वापसी कराई गई। संघ्या के समय गुरु दीक्षा का कार्यक्रम चलाया गया।

    • सात साल पहले ईसाई बने पांच  दर्जन ङ्क्षहदुओं की घर वापसी
    • संत रविदास जयंती के अवसर पर  सनातन धर्म में पुन:  वापसी

    गायत्री देवी ने बताया कि उन लोगों ने सामूहिक रूप से ईसाई धर्म को त्याग कर पुन: हिन्दू धर्म को अपनाया है। हिन्दू धर्म अपनाने वालों में देवदास राम, ज्ञानती देवी, फूल कुमारी, बिंदा देवी, निरंजन नायक, पंकज राम, हरी राम, उर्मिला देवी, प्रभावती देवी, सुमन देवी और माया देवी ने कहा कि सनातन धर्म में वापस आकर संतोष हो रहा है और खुशी मिल रही है।