पटना के गांधी मैदान में भव्य रावण दहन: 19वीं बार सीएम नीतीश कुमार करेंगे रावण वध, खास इंतजामों से सजेगा दशहरा
पटना के गांधी मैदान में विजयादशमी पर भव्य रावण दहन का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 19वीं बार रावण दहन करेंगे। इस बार रावण दहन में बारिश से बचाव के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। रावण के पुतले पर वार्निश चढ़ाया गया है। पटना प्रशासन ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है।

डिजिटल डेस्क, पटना। शारदीय नवरात्र के समापन और विजयादशमी के पावन अवसर पर पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान आज एक भव्य आयोजन का गवाह बनेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 19वीं बार रावण दहन करेंगे, जो उनकी परंपरा का हिस्सा बन चुका है। इस बार का दशहरा महोत्सव कई विशेषताओं और आधुनिक तकनीक से सजा है, जो इसे और भी आकर्षक बनाएगा।
खास इंतजाम
- बारिश-प्रूफ रावण: मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है, इसलिए रावण के पुतले पर क्लियर वार्निश चढ़ाया गया है ताकि पानी का असर न हो।
- रिमोट कंट्रोल सिस्टम: एक क्लिक पर पुतले में आग लगेगी, जिससे आसमान रंगीन रोशनी और आतिशबाजी से जगमगाएगा।
- रंगीन धुआं: रावण के कानों और कंधों से निकलने वाला रंगीन धुआं दर्शकों के लिए नया रोमांचक अनुभव होगा।
- पुतलों का आकार: 80 फीट ऊंचा रावण, 75 फीट का मेघनाथ और 70 फीट का कुंभकरण का पुतला जलाया जाएगा।
- 5 लाख रुपये के पटाखे: रावण दहन के लिए भव्य आतिशबाजी का इंतजाम।
सुरक्षा और व्यवस्था
- सीसीटीवी निगरानी: 128 सीसीटीवी कैमरे और 10 वॉच टावर लगाए गए हैं।
- एसडीआरएफ तैनाती: मुख्य गेट पर एसडीआरएफ की टीम आपात स्थिति से निपटने के लिए मौजूद।
- यातायात प्रतिबंध: गांधी मैदान के आसपास प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रतिबंधित रहेगा।
- पार्किंग व्यवस्था: पासधारकों के लिए विशेष पार्किंग स्थल तय।
- हेल्पलाइन नंबर: 0612-2219810 और 0612-2219234 आपात स्थिति के लिए उपलब्ध ¹ ² ³।
- आयोजन की मुख्य बातें- समय: शाम 5:45 बजे रावण दहन का मुख्य कार्यक्रम।
- सीएम नीतीश की परंपरा: 2005 से हर साल सीएम नीतीश कुमार रावण वध करते हैं।
- चार सेक्टर में विभाजन: गांधी मैदान को चार सेक्टर में बांटा गया है, हर सेक्टर में एडीएम और डीएसपी तैनात।
- 103 दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी: 49 स्थानों पर तैनात रहेंगे।
- मीडिया के लिए विशेष गेट: गेट नंबर 13 से प्रवेश की अनुमति ¹ ²।
प्रशासन की अपीलपटना प्रशासन ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है ताकि कार्यक्रम सुरक्षित और आनंददायक रूप से संपन्न हो सके। सार्वजनिक सुरक्षा, नियमों का पालन और संयम के साथ दशहरा उत्सव का आनंद लेना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है।
यह आयोजन न केवल भव्यता के लिए बल्कि सुरक्षा और व्यवस्थित प्रबंधन के लिए भी यादगार रहेगा। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले हो रहा यह आयोजन राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।