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    छोटी उम्र में गलती कर बैठने वाले बच्‍चों को गोपालगंज के किशोर न्‍यायालय ने दिया अनोखा टास्‍क

    By Shubh NpathakEdited By:
    Updated: Fri, 18 Dec 2020 01:45 PM (IST)

    Gopalganj News गोपालगंज जिले के दो किशारों को मिली बीस-बीस पौधे लगाकर देखरेख करने की सजा किशोर न्यायालय ने की अनोखी पहल एक आपराधिक मामले में संलिप्त म ...और पढ़ें

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    गाेपालगंज किशोर न्‍याय पर्षद ने सुनाया है यह फैसला। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    पटना/गोपालगंज, जेएनएन। नासमझी में आपराधिक वारदात को अंजाम देने वाले दो किशोर अब पौधों से नाता जोड़कर अपराध से नाता तोड़ेंगे। मामला गोपालगंज (Gopalganj News) जिले का है। एक आपराधिक मामले में संलिप्त पाए गए दो किशारों को उनकी गलती का एहसास कराकर सुधारने के लिए किशोर न्यायालय (Juvenile Justice Board) ने एक अनोखी पहल की है। किशोर न्यायालय के प्रिसिंपल दंडाधिकारी राकेश मणि तिवारी ने एक आपराधिक मामले में संलिप्त पाए गए दो किशोरों को अपने गांव के पास के सरकारी स्कूल में 20-20 पौधे लगाकर  दो महीने तक खुद लगाए गए पौधों की देखरेख करने की सजा सुनाई है। संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को भी किशोर न्यायालय ने दोनों किशोरों ने पौधे लगाकर उसकी देखभाल किया कि नहीं, इसकी रिपोर्ट किशोर न्यायालय को सौंपने आदेश दिया है। इस दौरान दोनों किशोर अपने माता पिता की देखरेख में अपने घर पर रहेंगे।

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    किशोर उम्र में कर दी थी गलती, अब मिला उदाहरण प्रस्‍तुत करने का मौका

    बताया जाता है कि एक आपराधिक मामले में उचकागांव थाना पुलिस ने दो किशोरों को गिरफ्तार कर किशोर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। सुनवाई के दौरान किशोर न्यायालय के प्रिंसिपल दंडाधिकारी राकेश मणि तिवारी ने दोनों किशोरों को आपराधिक मामले में संलिप्त पाया। दोनों किशोरों को अपराध में संलिप्त पाए जाने पर  किशोर न्यायालय के प्रिंसिपल दंडाधिकारी ने इन दोनों किशोरों का अपनी गलती का एहसास कराकर सुधारने के लिए अनोखी पहल की।

    पौधे की व्‍यवस्‍था माता-पिता की मदद से खुद ही करेंगे

    उन्होंने दोनों किशोरों को अपने गांव के समीप के सरकारी विद्यालय के परिसर में 20-20 पौधे लगाकर इन पौधों की दो महीने तक देखरेख करने का आदेश  देते हुए दोनों किशोरों को उनके माता-पिता की अभिरक्षा में भेज दिया। आदेश के अनुसार पौधे की व्यवस्था किशोर तथा उनके माता-पिता करेंगे। पौधों को लगाने तथा उसे पानी देकर उसकी देखरेख दोनों किशोर करेंगे। किशोर न्यायालय से जारी आदेश के अनुसार दोनों किशोरों ने विद्यालय परिसर में बीस-बीस पौधे लगाकर उसकी देखरेख किया है कि नहीं, इसकी रिपोर्ट संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक किशोर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।