Gopal Khemka Murder: सुपारी की रकम सुनते ही शूटर बना उमेश, एडवांस मिले पैसों से चुकाई बेटी की फीस
गोपाल खेमका हत्याकांड में शूटर उमेश यादव को गिरफ्तारी हुई है। उसे पहले शूटर खोजने का काम मिला था लेकिन सुपारी की रकम सुनकर खुद हत्या करने का फैसला किया। एडवांस के 50 हजार रुपये में से 42 हजार बेटी की फीस में दिए। पुलिस ने उसे तकनीकी जांच से गिरफ्तार किया। उमेश ने हत्या की बात कबूल की और हथियार बरामद करवाए।
जागरण संवाददाता, पटना। गोपाल खेमका हत्याकांड में गिरफ्तार शूटर उमेश कुमार यादव को पहले शूटर खोजने का काम मिला था, लेकिन सुपारी की रकम जानकर उसने काम को खुद अंजाम देने की ठानी। सुपारी की रकम का एडवांस लिया और सुपारी किलर बन गया।
एडवांस पैसों से चुकाई बेटी की फीस
उमेश ने एडवांस में मिले 50 हजार रुपये में 42 हजार रुपये बेटी की फीस में चुका दी। बाकी आठ हजार रुपये किसी और मद में उसने खर्च किए।
उमेश के आपराधिक इतिहास के बारे में पुलिस कुछ विशेष जानकारी नहीं दे पा रही है। फुटेज, हुलिया और तकनीकी अनुसंधान से मिले साक्ष्य के आधार पर जब उसकी गिरफ्तारी हुई, तब पता चला कि उसने ही सुपारी लेकर घटना को अंजाम दिया।
पुलिस का दावा है कि उमेश यादव ने पूछताछ में गोपाल खेमका की हत्या की बात स्वीकार की है। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथियार, गोली भी बरामद किया गया। उससे पहले शूटर और हथियार की व्यवस्था करने के लिए बोला गया था।
पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि हत्या की सुपारी देने वाले मास्टरमाइंड अशोक साव के उदयगिरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 की तलाशी में साढ़े छह लाख रुपये नगद, एक पिस्टल, 17 कारतूस, जमीन के ढेर सारे कागजात, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया है।
वहीं शूटर उमेश के घर से सुपारी के करीब साढ़े तीन लाख रुपये, नाइन एमएम पिस्टल, 7.62 एमएम के 56 राउंड कारतूस, दो मैगजीन और 14 गोली बरामद की गई है। हत्या किस खास जमीन के कारण हुई है, इसका पता अभी नहीं लग पाया है। डीजीपी का कहना है कि अशोक साव के पास से बरामद जमीन के दस्तावेजों की स्क्रूटनी की जा रही है।
एडीजी ने सुनाई काल रिकार्डिंग, खेमका का भी आया जिक्र
एडीजी कुंदन कृष्णन ने प्रेस वार्ता के दौरान अशोक साव के मोबाइल की काल रिकार्डिंग का एक अंश भी सुनाया। इसमें अशोक साव की जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर ही किसी दूसरे व्यक्ति से गर्मा-गर्म बहस हो रही है। इस बातचीत में गोपाल खेमका का भी जिक्र आता है।
एक ओर से डेढ़ करोड़ की मांग की जाती है। बीच-बीच में गालियां भी सुनाई देती है। उन्होंने बताया कि ऐसी कई काल रिकार्डिंग मिली है, जिनकी जांच की जा रही है। गोपाल खेमका के मोबाइल और लैपटाप की भी जांच की जाएगी। इसकी मांग परिजनों से की गई है। इस मामले की जांच जारी है और अभी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
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