Updated: Fri, 11 Jul 2025 07:56 AM (IST)
पटना में सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वाले राहगीरों को अब 25 हजार रुपये का इनाम मिलेगा। परिवहन विभाग द्वारा आयोजित सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया। सरकार दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए यह कदम उठा रही है। इसके साथ ही दुर्घटना पीड़ितों को 1.5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज भी मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। सड़क दुर्घटना में घायलों की जान बचाने में मदद करने वाले राहवीर (गुड सेमेरिटन) को अब 25 हजार की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
वर्तमान में परिवहन विभाग के द्वारा सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने गुड सेमेरिटन को 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
गुरुवार को मुख्य सचिवालय के सभागार में परिवहन मंत्री शीला कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में इसकी जानकारी दी गई।
परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायलों की जान बचाने और त्वरित सहायता उपलब्ध कराने को प्रोत्साहित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
इस उद्देश्य से ही केंद्र सरकार ने राहवीर योजना 31 मार्च, 2026 लागू की है। राज्य स्तर पर ऐसे मददगारों को 25 हजार रुपये मिलेंगे, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर हर वर्ष ऐसे 10 सर्वश्रेष्ठ राहवीरों को सम्मान समारोह आयोजित कर एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
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परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़क सुरक्षा से जुड़े कार्यों को जमीनी स्तर तक प्रभावी तरीके से लागू किया जाए।
दुर्घटना पीड़ितों की डेढ़ लाख तक की कैशलेश चिकित्सा
बैठक के दौरान राज्य में सड़क दुर्घटना के आंकड़ों की समीक्षा की गई। सड़क दुर्घटना पीड़ितों को अस्पतालों में 1.50 लाख रुपये तक कैशलेश उपचार, प्रमंडलीय मुख्यालय वाले जिलों में ट्रैफिक पार्क का निर्माण करने और आठ जिलों में महिलाओं के लिए समर्पित ड्राइविंग स्कूल की स्थापना का निर्णय लिया गया।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बस स्टाप का जीर्णोद्धार, 15 जिलों में आटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन का निर्माण आदि का भी निर्णय हुआ। अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पाट की पहचान से लेकर एंबुलेंस की त्वरित उपलब्धता की योजना पर काम चल रहा है।
बैठक में यातायात के अपर पुलिस महानिदेशक सुधांशु कुमार, गृह रक्षावाहिनी सह अग्निशमन के डीआईजी सुधीर कुमार पोरिका, उत्पाद आयुक्त रजनीश कुमार, परिवहन विभाग के अपर सचिव प्रवीण कुमार समेत सड़क सुरक्षा के स्टेक होल्डर जैसे पथ निर्माण, परिवहन, ग्रामीण कार्य, शिक्षा, स्वास्थ्य, गृह विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग और एनएचएआई के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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