स्कूल कितने सुरक्षित? क्लास में बकरी, खिड़की पर बंधी है गाय
पटना के दुसाधी पकड़ी स्थित प्राथमिक विद्यालय की हालत खस्ता है। जर्जर भवन में बच्चे पढ़ते हैं कक्षा में बकरी घूमती है और खिड़की पर गाय बंधी रहती है। स्कूल में शौचालय और पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं है जिससे बच्चे बीमार पड़ते हैं। शिक्षक भवन निर्माण की उम्मीद में हैं।

जागरण संवाददाता, पटना। कक्षा में बकरी घूमती है और स्कूल की खिड़की पर गाय बंधी रहती है, यह हाल है 1994 में स्थापित प्राथमिक विद्यालय, दुसाधी पकड़ी, (पटना सदर), पटना का। बच्चे जर्जर भवन और जर्जर कक्षा कक्ष में बैठकर पढ़ाई करते हैं और बेंचों पर बारिश का पानी टपकता रहता है।
प्राथमिक विद्यालय, दुसाधी पकड़ी स्कूल सड़क से काफी नीचे है। इस वजह से पूरे स्कूल में बारिश का पानी जमा हो जाता है। पूरा स्कूल भवन जर्जर हो चुका है। सबसे बड़ी बात यह है कि स्कूल का अपना शौचालय नहीं है। बच्चे और शिक्षक स्कूल के बाहर बने शौचालय का इस्तेमाल करते हैं।
स्कूल में बोरिंग नहीं
स्कूल में न तो बोरिंग है और न ही हैंडपंप। बच्चे स्कूल के कोने में लगे नल से सप्लाई का पानी पीते हैं। इस वजह से यहां के बच्चे आए दिन बीमार रहते हैं। इस प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक पढ़ाई होती है। नामांकित बच्चों की संख्या अच्छी है, शिक्षक भी पर्याप्त हैं। बस एक भवन की कमी है।
बता दें कि विद्यालय में मात्र दो कमरे और एक बरामदा है। कक्षा एक से पांच तक के बच्चे कमरे और बरामदे में बैठकर पढ़ाई करते हैं। दूसरे कमरे में मध्याह्न भोजन बनता है। मध्याह्न भोजन बनाने के लिए किचन शेड नहीं है। खाद्य सामग्री वर्ग कक्ष के एक कोने में रखी जाती है।
इधर शिक्षक बताते हैं कि बरसात के मौसम में हमेशा डर बना रहता है कि यहां राजस्थान जैसी घटना न घट जाए। क्योंकि विद्यालय भवन कभी भी गिर सकता है। विद्यालय भवन की स्थिति से जिला शिक्षा कार्यालय के वरीय पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है।
शिक्षकों ने कहा कि अगर शिक्षा विभाग भवन का निर्माण करा दे तो हम कुछ दिनों तक पास के मंदिर में बच्चों को पढ़ाएंगे। कष्ट तो हम झेल लेंगे, लेकिन हम शिक्षकों की दिली इच्छा है कि विद्यालय भवन का निर्माण हो।
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