छेड़खानी के विरोध में मार्च निकालने जा रहीं थी छात्राएं, रास्ता रोक खड़े हो गए छात्र
छेड़खानी के विरोध में मार्च निकालने जा रही छात्राओं से पटना सायंस कॉलेज परिसर में बदसलूकी की गई। हंगामा बढ़ते देख पीयू के वीसी सुधीर कुमार मौके पर पहुंचे और मामला शांत करवाया।
पटना [जेएनएन]। पटना साइंस कॉलेज में छेड़खानी के विरोध में मार्च निकालने जा रही छात्राओं से कॉलेज परिसर में बदसलूकी की गई। छात्राओं का आरोप है कि वे परिसर में ही कुछ छात्र रास्ता रोके हुए खड़े थे। जब छात्राओं ने हटने को कहा तो वे गाली देने लगे। छात्राओं ने इसकी सूचना पिंजड़ातोड़ के सदस्यों को दी। जिसके बाद मार्च में शामिल छात्राएं कॉलेज परिसर पहुंचकर विरोध करने लगीं।
हंगामा बढ़ता देख कॉलेज के प्राचार्य और पीयू के वीसी सुधीर कुमार श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परीक्षा का हवाला देकर प्रदर्शनकारी छात्राओं को बाहर जाने को कहा। छात्राओं ने कहा कि दोषी छात्र इसी कॉलेज के हैं और परीक्षा दे रहे हैं। कुलपति ने कहा कि मार्च में कॉलेज से अधिक बाहरी छात्राएं थीं। उन्होंने कॉलेज की छात्राओं को आश्वस्त किया है कि कोई भी समस्या है तो उन्हें अवगत कराएं। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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सावधान हो जाएं छींटाकशी करने वाले
मनचलों को चुनौती देने और सबक सिखाने के लिए राजधानी की छात्राएं कमर कसने लगी हैं। उन्हें चेतावनी देने के लिए छात्राओं ने 'पिंजड़ातोड़' के तत्वावधान में सोमवार को मार्च निकाला। मार्च का नेतृत्व कर रही प्रियम्वदा ने कहा कि यह मार्च मनचलों को चेतावनी देने के लिए है। जो छात्राओं पर छींटाकशी करते हैं, वे सावधान हो जाएं। उन्होंने कहा कि उनका विरोध किसी समुदाय या छात्रों के लिए नहीं, बल्कि विकृत सोच के लिए है। उनके लिए है जो पितृसत्तात्मक सोच से ग्रसित है और लड़कियों को परेशान करते हैं।
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