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    Bihar chunav 2025 घोसी में महिलाओं ने अपनी ताकत से दिखा दी परिणाम की तस्वीर, जहानाबाद में पुराने किस्से भी चले

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 01:52 PM (IST)

    Bihar vidhan sabha chunav 2025 Voting घोसी और जहानाबाद के चुनावों में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। घोसी में महिला मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी ने चुनाव परिणाम को प्रभावित किया, जबकि जहानाबाद में पुराने राजनीतिक किस्से फिर से चर्चा में आए। महिलाओं की इस भागीदारी ने लोकतंत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाया।

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    घोसी में महिलाओं ने अपनी ताकत से दिखा दी परिणाम की तस्वीर

    भुवनेश्वर वात्स्यायन,पटना। Bihar Election 2025 Phase 2 दोपहर 12 बजे तक घोसी में महिला वोटरों की संख्या इतनी अधिक हो गयी थी कि घोसी बाजार स्थित मध्य विद्यालय परिसर में बने कई बूथ पर महिला वोटरों को इंतजार के लिए कुर्सी पर बिठा दिया। पुरुषों की कतार भी लंबी हो चली थी पर इस इलाके में महिला वोटरों ने अपनी ताकत से परिणाम की तस्वीर दिखा दी। वहीं जहानाबाद में दोनों गठबंधनों के समीकरण के साथ-साथ पुराने किस्से भी खूब चल रहे है।

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    मध्य विद्यालय घाेसी को आदर्श बूथ बनाया गया था। बड़े पंडाल और कालीन पर चलकर वोटर अपने बूथ पर पहुंच रहे थे। साथ आए बच्चों के लिए स्लाइडर व झूला लगा था।

    बैलून से सजे इस मतदान केंद्र पर स्वास्थ्य शिविर भी दिखा। अब बात वोटरों की करें। उमा देवी ने कहा कि खाएं हैं तो गाएंगे भी।

    वोट देकर बाहर निकलने वाली सुधा देवी व उनके साथ आयीं कई महिलाओं ने अपने लिए नयी योजना पर बात की। यह भी समझाया कि कुछ लोगाें का मामला चुनाव के बाद बनेगा।

    महिला वोटरों अपने बाल-बच्चों का मामला भी हावी दिखा। घोसी में कई महिलाएं ऐसी दिखीं जिन्हें यह पता नहीं था कि उन्हें मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी के लिए वोट देना है या फिर घोसी विधानसभा क्षेत्र के लिए।

    एक ने मुस्कुराते हुए कहा इतना पता हई कि मनियामा के हथिन। पुरुष वोटर समीकरण के साथ जरूर दिखे।गोलकपुर में युवाओं व कई लड़कियों ने कहा कि नया वकैंसी नहीं निकल रहा है।

    रोजगार जरूरी है उनके लिए। युवाओं ने कहा कि रोड को तोड़कर खाएंगे क्या?

    हमारे पापा बाहर कमाते हैं। इस गांव के एक हजार लोग बाहर हैं। फैक्ट्री रहती तो यहीं रहते। हमको तो नौकरी चाहिए। इस दौरान हमारी मुलाकात मांझी जाति के कुछ लोगों से हुई।

    वहां दृश्य यह था कि महिलाएं अलग सोच के साथ थीं और पुरुष अलग विचार के साथ। बाजार में संपुल देवी ने कहा- हम तो दे ही आए हैं। हम बविया जाति के हैं।

    बहुत सी महिलाओं ने हमें यह गणित भी बताया कि हमारे समूह में कुछ लोगों को नहीं भी मिली है पर चुनाव के बाद तो मिलेगा ही।


    जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में तस्वीर पूरी तरह से समीकरण के साथ दिखा। डेढ सइया में हमारी मुलाकात सौरव नाम के एक युवा से हुई। वह पटना में रहकर पढ़ाई करते हैं।

    बूथ के बाहर कोई कागज के लिए खड़े थे। वोट पर बात हुई तो अपना गणित समझा दिया कि जाति से क्या होता है? जहानाबाद में हमलोगों के साथ क्या हुआ था यह पूरे परिवार को पता है।

    ऊंटा में सोनी देवी कहती हैं रो़ड और पानी मिला है न। राजेंद्र यादव कहते हैं पहले जिसको देते थे उसी को दे रहे हैं। गणित कुछ भी नहीं। जहानाबाद में समीकरण इस तरह का दिखा कि लड़ाई जोरदार है।