पटना में किन्नरों के लिए गरिमा गृह शुरू, यहां डॉक्टर से गार्ड तक होंगे किन्नर
राजधानी पटना में किन्नरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गरिमा गृह की शुरुआत हो गई है। इस गृह में रहने से लेकर उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भी सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्हें पढ़ने और राेजगार से जोड़ने की भी सुविधा होगी।

पटना, जागरण संवाददाता। राजधानी पटना में किन्नरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गरिमा गृह (Garima home for eunuchs) की शुरुआत हो गई है। इस गृह में रहने से लेकर उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भी सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। गृह में 18 से 60 साल तक की किन्नरों को रखने की सुविधा है। साथ ही उनकी पढ़ाई से लेकर हर छोटी-बड़ी सुविधा का भी पूरा ध्यान गृह में रखा जाएगा। जल्द ही यहां किन्नरों को रोजगार से जोड़ने का प्रशिक्षण भी शुरू हो जाएगा।
रोजगार से जोडऩे की भी तैयारी :
गृह में किन्नरों को रोजगार से जोडऩे की भी तैयारी शुरू हो गई है। दोस्ताना सफर की अध्यक्ष रेशमा प्रसाद के अनुसार गृह में इसके लिए अलग से एक अधिकार को नियुक्त किया गया है, जो इन सभी विषयों पर ध्यान देगा। वहां रहने वाली किन्नरों की इच्छा के अनुसार रोजगार से जोडऩे की सुविधा भी दी जाएगी।
कई विश्वविद्यालयों को भी जोडऩे की है तैयारी
रेशमा प्रसाद के अनुसार, किन्नरों की पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसको लेकर भी तैयारी शुरू हो गई है। कई ओपन विश्वविद्यालयों के पास प्रपोजल भेजा गया है, जिसके बाद केंद्र से ही किन्नरों की पढ़ाई की सुविधा दी जाएगी।
गृह में 17 कमरे :
रेशमा बताती हैं, किन्नरों के लिए बने इस गृह में कुल 17 कमरे हैं। इनमें से नौ को रहने के लिए बनाया गया है। शेष कमरों को अलग-अलग गतिविधियों के लिए रखा गया है।
डॉक्टर से लेकर नाइट गार्ड तक होगी किन्नर
किन्नरों के लिए बना अल्पावास गृह में सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें रहने वाले से लेकर काम करने वाले तक सब किन्नर समुदाय से ही जुड़े होंगे। रेशमा प्रसाद के अनुसार, गृह में एक डॉक्टर, दो खाना बनाने वाले, तीन गार्ड, एक काउंसलर, एक प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर और एक कोर्स को-ऑर्डिनेटर को रखा गया है।
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