Patna News: बाढ़ की आशंका के चलते आठ प्रखंडों के 78 स्कूल अगले आदेश तक बंद, अब शिक्षकों को करना होगा ये काम
पटना में गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा किनारे के आठ प्रखंडों के 78 स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने के कारण बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों के शिक्षकों को नजदीकी स्कूलों में समायोजित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, पटना। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि और तेज बहाव को देखते हुए गंगा किनारे के आठ प्रखंडों के 78 स्कूल सोमवार से अगले आदेश तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन के तहत तत्काल प्रभाव से सभी संबंधित स्कूलों को इसकी सूचना देने का निर्देश दिया है। बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए जलस्तर सामान्य होने के बाद ही स्कूलों को खोलने पर विचार किया जाएगा।
डीएम के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने गंगा किनारे स्थित संवेदनशील इलाकों के 78 स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश जारी किया है। यह आदेश सोमवार 21 जुलाई से प्रभावी होगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र में कहा है कि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। इससे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और शिक्षकों के जीवन और स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इसे देखते हुए जिले के आठ प्रखंडों की चिह्नित पंचायतों में स्थित स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
अथमलगोला प्रखंड के समनपुर दियारा, बाढ़ प्रखंड के इब्राहिमपुर, विष्णुपुर रूपस, हरसंगपुर दियारा, काला दियारा, बख्तियारपुर प्रखंड के रूपस महाजी, अकीलपुर, गंगहर, नहटनपुर, माधोपुर, कोसिमचक, मानस, पानापुर, पटेल नगर, दानापुर प्रखंड के बख्तियारपुर, फतुहा प्रखंड के गोविंदपुर, मनेर के गगनहट्टा, पटेल नगर, मोकामा के सिंघार और पटना सदर के काटा टोली दियारा के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के स्कूल जितने दिन बंद रहेंगे, उतने दिन वहां के शिक्षकों को दूसरे नजदीकी स्कूल में समायोजित किया जाएगा। इन स्कूलों के शिक्षकों को ऑनलाइन अटेंडेंस पोर्टल के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
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