भुने चने में मिलावट की जांच करेगी FSSAI, जहरीले रसायन मिलने के बाद पूरे देश में अभियान तेज
एफएसएसएआई चना भुंजा में मिलावट की जांच करेगा। जहरीले रसायन मिलने की खबरों के बाद पूरे देश में अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य खाद्य सुर ...और पढ़ें

भुने चने में मिलावट की जांच करेगी FSSAI, जहरीले रसायन मिलने के बाद पूरे देश में अभियान तेज
जागरण संवाददाता, पटना। भुंजा को अब तक सुरक्षित और लोकप्रिय स्नैक माना जाता रहा है, लेकिन हाल में इसमें खतरनाक रासायनिक मिलावट की पुष्टि होने के बाद एफएसएसएआई (FSSAI) सतर्क हो गया है। दिल्ली में भुने चने के नमूनों की जांच में कपड़ा रंगने वाली औद्योगिक डाई ‘औरामाइन ओ’ मिलने के बाद भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने देशभर में भुंजा की जांच का आदेश दिया है।
बिहार में भी जल्द ही अभियान शुरू होगा। जांच में पता चला कि भुने चने को चमकदार पीला और कुरकुरा बनाने के लिए इस जहरीले रसायन का उपयोग किया जा रहा था। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, औरामाइन ओ लिवर, किडनी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है।
पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के डॉ. संजय कुमार ने बताया कि यह रसायन खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बेहद घातक है। यह तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालने के साथ पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की अंतरराष्ट्रीय कैंसर अनुसंधान एजेंसी (आइएआरसी) इसे कार्सिनोजेन घोषित कर चुकी है।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि विभागीय निर्देश मिलते ही पूरे जिले में निरीक्षण अभियान चलाया जाएगा। नमूने राज्य और केंद्र, दोनों स्तरों की लैब में भेजे जाएंगे।
भुने चने का बड़ा बाजार, बढ़ी चिंता
एफएसएसएआई के एक अधिकारी के मुताबिक, भुने चने का कारोबार लाखों रुपए का है। पैक्ड प्रोडक्ट के साथ-साथ स्थानीय दुकानों पर ढीला भुंजा बड़े पैमाने पर बिकता है। यह हजारों छोटे कारोबारियों की आय का साधन है, लेकिन मिलावट की घटनाओं ने उपभोक्ताओं और व्यापारियों दोनों के लिए चिंता बढ़ा दी है।
एफएसएसएआई की कार्रवाई से उम्मीद है कि बाजार में मिलावट पर अंकुश लगेगा और उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य पदार्थ मिल सकेंगे।
मिलावट की ऐसे करें पहचान
- दबाव टेस्ट: उंगलियों से दबाने पर मिलावटी चना आसानी से पाउडर जैसा टूट जाता है।
- रंग टेस्ट: गुनगुने पानी में 10 मिनट भिगोने पर यदि पानी पीला होने लगे या रंग छूटे, तो मिलावट की आशंका है।
- दिखावट जांच: असली चने छोटे, भूरे और बिना चमक वाले होते हैं। अत्यधिक चमकदार, बड़े और पीले चने संदेहास्पद हैं।
- स्वाद परीक्षण: अजीब या रासायनिक स्वाद आए तो इसका सेवन न करें।

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