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    उलार में चार लाख व्रतियों ने अस्‍ताचलगामी सूर्य को अर्घ्‍य किया अर्पित, वर्ल्‍ड कप फाइनल का दिखाई दिया असर

    By Amit KumarEdited By: Prateek Jain
    Updated: Sun, 19 Nov 2023 09:35 PM (IST)

    सूर्योपासना व लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। अर्ध्य का दौरान तलाब घाट व मेले में क्रिकेट का खुमार साफ दिखा। मेले में पुरुषों की संख्या उम्मीद से कम दिख रही थी। महिला व्रती व साथ मे चल रहे युवतियां भी बार-बार क्रिकेट मैच का अपडेट लेते हुए दिखीं। यहां तक अधिकारी व कर्मी भी क्रिकेट के खुमार में दिखे।

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    उलार में चार लाख व्रतियों ने अस्‍ताचलगामी सूर्य को अर्घ्‍य किया अर्पित, वर्ल्‍ड कप फाइनल का दिखाई दिया असर

    संवाद सहयोगी, दुल्हिन बाजार। सूर्योपासना व लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। अर्ध्य का दौरान तलाब घाट व मेले में क्रिकेट का खुमार साफ दिखा। मेले में  पुरुषों की संख्या उम्मीद से कम दिख रही थी।

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    महिला व्रती व साथ मे चल रहे युवतियां भी बार-बार क्रिकेट मैच का अपडेट लेते हुए दिखीं। यहां तक अधिकारी व कर्मी भी क्रिकेट के खुमार में दिखे। वैसे इस अनुष्ठान को लेकर द्वापरकालीन सूर्य मंदिर के बने तलाब घाट श्रद्धालु पुरुष व महिलाएं हे छठी मइया, हर लीं बलैया व कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय, रिमिक झिमिक बोलेलीं छठी मइया के गीत गाते हुए उलार घाटों पर पहुंचीं।

    कई श्रद्धालुओं ने अपने घरों की छत पर ही टब रखकर उसमें अर्घ्य दिया हैं। क्षेत्रों में स्थित नहर व तलाब पर भी छठ की छटा अलग जगह-जगह छठी मइया के गीतों की गूंज सुनी गई। रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिये लगभग चार से साढ़े चार लाख श्रद्धालु उलार तलाब पर जुट कर अर्ध्य अर्पित किया है।

    इस दौरान इन श्रद्धालुओं के जमावड़े से घाट का दृश्य काफी मनोहारी लग रहा था। दोपहर से ही घाट गुलजार हो गए थे। एसडीओ जयचंद्र यादव के द्वारा तैयार वुलेन्टियर घाट व पूरे मेले के सफाई अभियान चला कर साफ सफाई कर रखा था।

    घाट पर धूप, दीप, अगरबत्ती की सुगंध चारों तरफ फैली थी। छठ मइया के गीत से घाट गुंजायमान थे। घाट पर पहुंचे व्रतियों ने सबसे पहले वेदी बनाकर छठ मइया के गीत गाए और पूजा-अर्चना के बाद सूर्यास्त होने का इंतजार करने लगे।

    वातावरण में सूर्यदेव की छटा मंद होने और आकाश में लालिमा छाते ही व्रती महिलाओं ने पानी में उतरकर प्रसाद से भरे सूप हाथ में लेकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।

    घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस की भी गश्त समय-समय पर की जा रही थी। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे। छठ महापर्व पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते हुए पूजा-अर्चना के दौरान बच्चों ने जमकर आतिशबाजी की।

    रंगीन आतिशबाजी से शानदार नजारा बना हुआ था, जिसकी शोभा देखते ही बनती थी। इसके साथ ही बच्चों ने छठ पर्व को लेकर जमकर जयघोष भी किया। इस दौरान युवक-युवतियां सेल्फी लेतीं दिखाई दीं।

    अर्ध्य देकर अपने अपने डेरा लौटने के बाद में आटे व चीनी का प्रसाद और ठेकुआ तैयार करने में महिला जुटी रही।

    पूजा के लिए मिठाई, फल व गन्ने खरीदारी की भीड़ उमड़ी रहीं। एसडीओ जयचंद्र यादव व थानाध्यक्ष सोनु कुमार ने बताया उलार आये व्रतियों व श्रद्धालुओं को हर संभव व प्रत्येक क्षेत्र में मदद के लिये प्रशासन तैयार हैं साढ़े चार लाख व्रतियों ने अर्ध्य अर्पित करने का अनुमान हैं।

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