Ramkripal Sinha Death : पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल सिन्हा का दिल का दौरा पड़ने से निधन, भाजपा ने जताया शोक
रामकृपाल सिन्हा व परशुराम चतुर्वेदी के निधन पर भाजपा ने शोक जताया है। डा. सिन्हा का जन्म सन् 1936 में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मटिहानी गांव में हुआ था। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की थी।

राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री, जनसंघ और भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. रामकृपाल सिन्हा का रविवार को रात नौ बजे दिल का दौरा पड़ने से एम्स में निधन हो गया। डा. सिन्हा का जन्म सन् 1936 में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मटिहानी गांव में हुआ था। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। अंग्रेजी, प्राकृत, जैनिज्म व अहिंसा में मास्टर्स की डिग्रियां लीं।
महात्मा गांधी पर शोध-कार्य के लिए उन्हें बिहार विश्वविद्यालय द्वारा पी-एच.डी. की उपाधि दी गई। डा. सिन्हा सन् 1971 में बिहार में मंत्री रहे और 1977-79 तक मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी सरकार में श्रम तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री रहे। डा. सिन्हा सन् 1996 में बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर, बिहार से अंग्रेजी के प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए।
वे कई दशकों से सामाजिक-राजनीतिक समाजधर्मी के रूप में सक्रिय रहे। डा. रामकृपाल सिन्हा की पत्नी पद्मश्री मृदुला सिन्हा (पूर्वराज्यपाल, गोवा) का दो वर्ष पहले निधन हो गया था। पुत्र नवीन सिन्हा, भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में कार्यरत हैं। छोटे बेटे प्रवीण सिन्हा और पुत्री मनाक्षी सिन्हा अमेरिका में रहते हैं।
भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा और परशुराम चतुर्वेदी के निधन पर शोक जताया
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल सिन्हा एवं बक्सर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे परशुराम चतुर्वेदी के निधन पर भाजपा नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय के साथ ही दूसरे कई नेताओं ने शोक जताया है।
संजय जायसवाल ने कहा दोनों नेताओं के निधन से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आक्रोश मार्च के दौरान भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं बक्सर विधानसभा 2020 के प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी का हार्ट अटैक से निधन हो गया। इससे काफी मर्माहत हूं।
सोमवार को बक्सर के भगत सिंह चौक पर अचानक हार्ट अटैक आने से उनकी तबीयत बिगड़ी और थोड़ी ही देर में निधन हो गया। इस दौरान कार्यकर्ता उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे। लेकिन वहां पहुंचने में देर हो गई। इस घटना के बाद उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में पीड़ा सहने की ताकत मिले; यही प्रार्थना करता हूं।
इनके साथ ही क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र, संगठन महामत्री भीखू भाई दलसानिया, सुरेश रूंगटा, अजय निषद, राजेंद्र प्रसाद, राधा मोहन शर्मा, मिथिलेश तिवारी, राकेश कुमार सिंह, बेबी कुमारी ने भी निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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