बहुचर्चित यौन उत्पीड़न मामले में फरार पूर्व राजद विधायक अरुण यादव ने किया सरेंडर, 2019 का है मामला
पटना में नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न मामले में तीन वर्षों से फरार चल रहे पूर्व राजद विधायक अरुण यादव ने शनिवार को आरा कोर्ट में समर्पण कर दिया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का आदेश दिया।
आरा, जागरण संवाददाता। बिहार के बहुचर्चित यौन उत्पीड़न कांड में फरार भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा के पूर्व राजद विधायक अरुण यादव (RJD Ex MLA Arun Yadav) ने पुलिस दबिश के बाद शनिवार को आरा सिविल कोर्ट के एडीजे- छह के न्यायालय में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने पूर्व विधायक को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। वे करीब तीन सालों से फरार चले आ रहे थे। हालांकि, इस मामले में चार आरोपित पहले बरी हो चुके हैं। एक मात्र पूर्व विधायक अरुण यादव ही फरार चले आ रहे थे।
यह है पूरा मामला
18 जुलाई 2019 को आरा की एक नाबालिग लड़की पटना से देह व्यापार करने वाले गिरोह के चंगुल से किसी तरह छूटकर आरा भागकर आई थी। पीड़िता के भाई ने नगर थाने में आवेदन देकर अनिता देवी तथा संजीत कुमार उर्फ छोटू पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। नगर थाना में में दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने पीड़िता का कोर्ट में 164 का बयान कराया। अपने पहले बयान में लड़की ने मनरेगा के इंजीनियर अमरेश कुमार तथा संजय कुमार उर्फ जीजा को आरोपित किया था। दूसरे बयान में राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव आरोपित किए गए थे। पुलिस ने इस बाबत 161 का बयान भी दर्ज किया था। इस घटना में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बाद में साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने अनिता देवी, संजीत कुमार, अमरेश कुमार और संजय कुमार को बरी कर दिया था। जबकि बार-बार छापेमारी एवं कुर्की के बावजूद पूर्व विधायक को पुलिस आजतक गिरफ्तार नहीं कर सकी थी।
कौन हैं अरुण यादव
राजद सुप्रीमो लालू यादव के काफी करीब माने जाने वाले अरुण यादव भोजपुर के संदेश विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक है। दुष्कर्म कांड में आरोपित होने के बाद से वे फरार थे। अरुण यादव का उनके विधान सभा क्षेत्र में आज भी दबदबा है और यही वजह है कि उनकी पत्नी किरण देवी 2020 में विधान सभा चुनाव में राजद के टिकट पर भारी मतों से विजयी हुई थी। मूल रूप से अगिआंव के लसाढ़ी निवासी अरुण यादव को बीते विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था। अरुण यादव की जगह पत्नी किरण देवी को राजद ने उसी संदेश विधानसभा से उम्मीदवार बनाया जहां से अरुण विधायक थे। बताया जाता है कि पत्नी को टिकट दिलाने में अरुण यादव की भूमिका रही। किरण देवी चुनाव जीतकर विधायक बनीं।
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