Bihar News: बड़े होटल की रसोई ठेले वालों से खराब, खाद्य संरक्षा विभाग की टीम को इस रेस्टोरेंट से मिले कीड़े-मकौड़े
खाने को लेकर बड़े होटल-रेस्टोरेंट और सड़क किनारे के ठेलाें पर लोगों की भीड़ लगी रहती है। इसको लेकर सोमवार को राजाबाजार स्थित प्रतिष्ठित घूमर रेस्टोरेंट में खाद्य संरक्षा पदाधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंचे और इस निरीक्षण की पोल खोल दी। बता दें कि रसोई में रखे रेफ्रिजरेटर के चारो तरफ गंदगी व पानी जमा था और इस पानी में बहुत से काकरोच समेत कई प्रकार के कीड़े-मकौड़े पाए गए।
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में बाहर खाने-पीने के शौकीनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बड़े होटल-रेस्टोरेंट से लेकर सड़क किनारे के ठेलाें तक लोगों की भीड़ लगी रहती है। गर्मी के मौसम में डॉक्टर सेहत के लिए बाहर के खाने-पीने से परहेज की सलाह देते हैं।
ऐसे में लोग बड़े रेस्टोरेंट में कई गुना महंगे दामों पर यह सोचकर खाते हैं कि यहां उनके स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाएगा। अगर आप भी ऐसा ही सोचते व करते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है। दुकानदारों को आपकी सेहत से कोई लेना-देना नहीं होता है।
खाद्य संरक्षा पदाधिकारी ने खोली पोल
सोमवार को राजाबाजार स्थित प्रतिष्ठित घूमर रेस्टोरेंट के निरीक्षण में खाद्य संरक्षा पदाधिकारी ने इसकी पोल खोल दी। रसोई में थर्माकोल पर रखे रेफ्रिजरेटर के चारो ओर गंदगी व पानी जमा था, जिसमें बहुत से काकरोच समेत कई प्रकार के कीड़े-मकौड़े बजबजा रहे थे।
इसके अलावा अन्य खाद्य सामग्री का रखरखाव भी हाइजिनिक नहीं था। खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि घूमर रेस्टोरेंट के संचालक को तुरंत हाइजीन व सैनिटाइजेशन को मानक के अनुरूप करने के लिए सुधार नोटिस दी गई है।
ये नमूने जांच के लिए भेजे गए
मौके से खोआ व कुछ अन्य खाद्य सामग्री के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। इसके अलावा गर्मी में दूध व दही की बढ़ती मांग व खराब होने की आशंका को देखते हुए अमूल डेयरी से नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।
फूड प्वॉयजनिंग व गैस्ट्रोइंट्रोटाइटिस रोकने की कवायद
खाद्य संरक्षा पदाधिकारी ने कहा कि गर्मी में गैस्ट्रोइंट्रोटाइटिस यानी पेट संबंधी विकार व फूड प्वॉयजनिंग की आशंका बढ़ जाती है। इसे कम करने के लिए नियमित रूप से निगरानी की जा रही है।
सभी होटल-रेस्टोरेंट वालों को रसोईघर साफ-सुथरा रखने, खराब होने वाली खाद्य सामग्री कम-कम मात्रा में लाने या डीप रेफ्रिजरेटर में उसे भंडारित करने को कहा जा रहा है।
खाना बनाने को लेकर दी जानकारी
खाना उतना ही बनाने को कहा जा रहा है जो चार से पांच घंटे में खत्म हो जाए। सुबह का शाम व रात का सुबह परोसने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
कुक व अन्य कर्मचारियों को कैप, दस्ताने व मास्क पहनने को कहा जा रहा है। ठेले वालों को भी एक स्वयंसेवी संस्था की मदद से हाइजीन-सैनिटाइजेशन का प्रशिक्षण दिया गया है।
पेयजल-सत्तू-गन्ना व अन्य जूस बेचने वालों को चेताया
उन्होंने कहा कि गर्मी में अधिकतर लोग प्यास बुझाने के लिए बोतलबंद पानी, सत्तू, शिकंजी, गन्ने का जूस आदि का खूब सेवन करते हैं। फील्ड भ्रमण के दौरान रूक कर उनसे साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखने को कहा जा रहा है।
गन्ने को चापाकल या सप्लाई वाटर से ही धोकर ही जूस निकालने को कहा गया है। इसके अलावा जल्द ही बर्फ व डिब्बों में आरओ वाटर बेचने वालों की भी जांच की जाएगी।
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