पटना : सरेआम की छेड़खानी, पब्लिक ने किया विरोध तो फेंके बम
राजधानी में बदमाशों ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए पुलिस को चुनौती दी। गुरुवार शाम कड़ी सुरक्षावाले पीएमसीएच परिसर में ताबड़तोड़ बम फोड़े। घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची तो आरोपी फरार हो गए। घटना का कारण छेड़खानी का विरोध बताया जा रहा है।
पटना। राजधानी में बदमाशों ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए पुलिस को चुनौती दी। गुरुवार शाम कड़ी सुरक्षावाले पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) परिसर में ताबड़तोड़ बम फोड़े। घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची तो आरोपी फरार हो गए। घटना का कारण छेड़खानी का विरोध बताया जा रहा है।
सिटी एसपी चंदन कुशवाहा घटनास्थल पर पहुंचे और 45 युवकों को हिरासत में लिया। उनके पास से हॉकी स्टिक, रॉड और एक बाल्टी पत्थर बरामद हुए। हिरासत में लिए गए युवकों ने बताया कि वे पटना कॉलेज के छात्र हैं और इकबाल हॉस्टल में रहते हैं। घटना के बाद पीएमसीएच और आसपास के इलाके में तनाव व्याप्त है। एहतियातन पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
जानकारी के अनुसार शाम करीब चार बजे दरभंगा हाउस स्थित काली घाट पर पटना कॉलेज के इकबाल हॉस्टल के कुछ छात्र आपस में हंसी-ठिठोली कर रहे थे। इसी बीच एक परिवार काली मंदिर से पूजा कर लौट रहा था। हॉस्टल के लड़के उस परिवार की लड़की के साथ छेड़छाड़ करने लगे।
मौके पर मौजूद दो अन्य छात्रों ने इसका विरोध किया तो हॉस्टल के लड़कों ने उनकी पिटाई कर दी। वे उन छात्रों को पीटते हुए पीएमसीएच के तरफ ले जा रहे थे। तभी कुछ जूनियर डॉक्टरों की नजर उन लड़कों पर पड़ी। उन्होंने बीचबचाव कर पिट रहे छात्रों को बदमाश लड़कों के चुंगल से छुड़ा दिया। हॉस्टल के छात्रों को लगा कि विरोध करने वाले युवक पीएमसीएच के हैं।
आधे घंटे बाद हॉस्टल से 50-60 की संख्या में छात्र फायरिंग करते हुए इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान की ओर से पीएमसीएच में घुसे। अंदर कर्मचारी क्वार्टर पर बमबारी और पत्थरबाजी करने लगे। इसी दौरान मोनी के पैर में बम के छींटे लग गए और वह घायल हो गई। करीब 45 मिनट तक छात्रों का उपद्रव जारी रहा।
सिटी एसपी ने बताया कि 45 छात्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उनके खिलाफ पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सत्यापन के बाद छात्रों को जेल भेज दिया जाएगा।