एलियन जैसी दिखती इस बच्ची पर बन रही फिल्म, इस कारण सलमान की फैन
पटना की एलियन जैसी दिखने वाली एक बच्ची पर डिस्कवरी चैनल के लिए फिल्म बनाई जा रही है। वह बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की जबरदस्त फैन है।
पटना [अमित आलोक]। यह तस्वीर किसी दूसरे ग्रह के प्राणी (एलियन) की नहीं, गंभीर बीमारी से पीडि़त बिहार की एक बच्ची शैली की है। उसकी आंखें सिर्फ बड़ी ही नहीं, बल्कि कई बार चोट लगने पर बाहर भी निकल आती हैं, जिसे घरवाले वापस कपड़े की सहायता से अंदर कर देते हैं। बच्ची का इलाज बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान करा रहे हैं। उसपर एक फिल्म भी शूट की जा रही है।
पटना के गर्दनीबाग की रहने वाली शैली पर डिस्कवरी चैनल के लिए एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बन रही है। ट्राई के डायरेक्टर उत्पल कांत ने बताया कि डिस्कवरी चैनल के लिए सात एपीसोड बनाए जाएंगे। घर से लेकर बैंगलुरू में ऑपरेशन के दौरान भी शूटिंग होगी। रास्ते में बैंगलुरू जाने के दौरान ट्रेन में भी इसकी शूटिंग हुई। डिस्कवरी की टीम में तीन लोग हैं। यह भी पढ़ें: बिहार में फिर हुआ एलियन का जन्म, देखते ही डर गई मां गरीब मां-बाप की बेटी शैली का इलाज सलमान खान करा रहे हैं। सलमान ने अबतक 25 लाख से अधिक रुपए खर्च किए हैं। शैली इस कारण सलमान खान की फैन है। ट्राई की खुशबू ने बताया कि शैली का अंतिम ऑपरेशन 14 फरवरी को होगा। यह भी पढ़ें: AMAZING : पटना में दूर ग्रह से आए एलियन, आसमान में दिखी उड़न तश्तरी!
स्कूल ने नहीं लिया एडमिशन
शैली के पिता गार्ड की नौकरी करते हैं। कहते हैं बेटी का नामांकन स्कूल में कराने गए तो शिक्षक का कहना था कि अजीब आंखों की वजह से बच्चे उसे चिढ़ाएंगे। इससे वह मर्माहत हो सकती है। इसलिए, शैली घर में ही पढ़ाई कर रही है।
इलाज के लिए नहीं थे पैसे
माता-पिता बताते हैं कि शैली को पटना के कई अस्पतालों में दिखाया, मगर डॉक्टर्स सही इलाज नहीं बता पाए। आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं कि दिल्ली जा सके। फिर एक एनजीओ की मदद से सलमान खान तक बात पहुंची। उन्होंने इलाज का बीड़ा उठा लिया।
आंखों का सॉकेट छोटा
शैली की आंखों के सॉकेट छोटे होने के कारण चोट लगने से आंखें बाहर निकल आती हैं। इससक उसे काफी तकलीफ होती है। शैली का चेहरा भी ठीक से विकसित नहीं हो पाया है। उसके गाल के पास की हड्डी नहीं है। दांत भी ठीक से विकसित नहीं है।
क्या है 'क्राउजन सिंड्रोम'
यह लाखों में एक बच्चे को होने वाली आंखों की जन्मजात बीमारी है। इसमें आंखों के सॉकेट छोटे होने के कारण आंखें बाहर निकल आती हैं। उपरी जबड़े व दांत के विकास भी प्रभावित होते हैं। सुनने बालों के गिरने की समस्या सहित आंखों की रोशनी भी प्रभावित हो सकती है।