क्राइम कंट्रोल में फिसड्डी वाले जिले पुलिस मुख्यालय के निशाने पर, लापरवाह अफसर हो जाएं अलर्ट
बिहार में क्राइम कंट्रोल में फिसड्ïडी जिलों का होगा मूल्यांकन। पुलिस मुख्यालय ने जिलों को चिह्नित करने की शुरू की कवायद। वैसे जिलों के अफसरों को भी मुख्यालय ने अलर्ट रहने को कहा।
पटना, जेएनएन। बिहार में क्राइम लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दिनदहाड़े हत्या की वारदातें हो रही हैं। लूट की घटनाएं भी नहीं थम रही हैं। प्रदेश में बढ़ते क्राइम से पुलिस मुख्यालय पूरी तरह चिंतित है। क्राइम कंट्रोल के लिए वह लगातार कवायद में लगा हुआ है। इसके बाद भी अपराधी वारदातों को अंजाम दे आसानी से फरार हो जा रहे हैं। इसे देखते हुए विभाग ने क्राइम कंट्रोल में फिसड्डी वाले जिलाें को चिह्नित कर उसकी समीक्षा करने का निर्णय लिया है। वैसे जिलों का मूल्यांकन कराया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, क्राइम कंट्रोल में फिसड्डी वाले जिलों में क्राइम के बढ़ने के कारणों की समीक्षा की जाएगी। यही नहीं, अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए प्रत्येक दिन के हिसाब से स्टेट ड्राइव चलाई जाएगी। एसएसपी/एसपी को दो दिन का विशेष लक्ष्य दिया जाएगा। इसके बाद भी अपराध बढ़ा तो क्यों बढ़ा पुलिस मुख्यालय को इसका कारण बताना होगा।
दरअसल, पुलिस की छवि को बेहतर बनाने और विधि व्यवस्था व अपराध नियंत्रण करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों से अपराध का मासिक ब्यौरा मांगा है। इसके आधार पर अपराध का पैटर्न देखकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
इसके अलावा कामचोरी करने वाले लापरवाह अफसरों की सूची तैयार की जाएगी। विभिन्न श्रेणी के अपराधियों के खिलाफ दिन के हिसाब से पुलिस अभियान चलाएगी। मोस्ट वांटेड अपराधियों के खिलाफ एसएसपी/एसपी को स्वयं मोर्चा संभालना होगा। जिलेवार रेंज आइजी/डीआइजी अभियान पर नजर रखेंगे। रात की तरह दिन में भी विशेष गश्ती सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं।