प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराने वाले दो जालसाज गिरफ्तार, 23 छात्रों के दस्तावेज बरामद
पटना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें अजय कुमार सिन्हा और उदय कुमार झा शामिल हैं। ये गिरोह टीआरई टीईटी बीपीएससी इंजीनियरिंग और एएनएम जैसी परीक्षाओं में सेटिंग करते थे और छात्रों से मोटी रकम वसूलते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, पटना। जक्कनपुर थाने की पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग और धांधली करने वाले गिरोह के दो जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक नालंदा के बेन निवासी अजय कुमार सिन्हा को थानाक्षेत्र के एक होटल के कमरे से दबोचा गया।
वहीं उसकी निशानदेही पर उदय कुमार झा उर्फ अविनाश कुमार को समस्तीपुर के सरायरंजन से पकड़कर पटना लाया गया। अजय पहले शिक्षक था, लेकिन नौकरी छोड़कर इस धंधे में शामिल हो गया। वह 2015 में भी पटना में इसी तरह के फर्जीवाड़े के मामले में जेल जा चुका है।
वह पिछले दस दिनों से होटल में ठहरा था। वहीं से व्यूह रच रहा था। उसके पास से 23 अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज, विभिन्न बैंकों के ब्लैंक व हस्ताक्षरित चेक बरामद किए गए हैं। उसने हर अभ्यर्थी की अलग फाइल बना रखी थी।
पुलिस गिरोह के अन्य जालसाजों की तलाश कर रही है। सिटी एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अजय ने बताया कि वह और उदय मिलकर टीआरई, टीईटी, बीपीएससी इंजीनियरिंग और एएनएम परीक्षाओं में सेटिंग करते हैं। दोनों ने स्वीकार किया कि अभ्यर्थियों से भारी रकम वसूली जाती थी।
बीपीएससी इंजीनियरिंग को वसूलते थे 50 से 60 लाख
टीआरई परीक्षा के लिए 12 से 15 लाख, टीईटी के लिए एक से दो लाख, बीपीएससी इंजीनियरिंग में 50 से 60 लाख और एएनएम परीक्षा के लिए चार से छह लाख रुपये तक वसूले जाते थे। अब तक ये लोग टीआरई परीक्षा में तीन छात्रों की सेटिंग कराने की बात मान चुके हैं। हालांकि, अन्य में कामयाब नहीं हो सके। यह सेंटर में भी सेटिंग करते थे।
दस्तावेजों का सत्यापन और लेनदेन की जांच
सिटी एसपी पूर्वी ने बताया कि जालसाजों से बरामद दस्तावेजों का सत्यापन कराया जा रहा है। लेन-देन के सबूत मिलने पर उन उम्मीदवारों पर भी कार्रवाई होगी, जिनके दस्तावेज बरामद हुए हैं।
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