Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mahila Rojgar Yojana: 'जब हमारे खाते में 10000 रुपये आए तो...', नीतीश कुमार से क्या बोलीं सुनीता देवी?

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 09:35 PM (IST)

    मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के माध्यम से जीविका दीदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। पश्चिम चंपारण की सुनीता देवी ने किराना दुकान, भागलपुर की फूलन कुमारी ने आत्मनिर्भरता, और दरभंगा की फूल देवी ने सिलाई उद्यम शुरू किया। इस योजना से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त होने और अपने परिवारों का बेहतर ढंग से भरण-पोषण करने में मदद मिली है।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की राशि डीबीटी के माध्यम से अंतरित किए जाने वाले कार्यक्रम में जिलों से जीविकी दीदियां भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ीं थीं। इन्होंने मुख्यमंत्री को अपने अनुभव साझा किए। यह कहा कि जीविका से जुड़ने के बाद उनके जीवन में काफी बदलाव आया। रकम मिलते ही मैंने अपने सपने को पूरा करने का निश्चय किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सुनीता देवी पश्चिम चंपारण जिले की रहने वाली हैं और ओम जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदी हैं। उन्होंने कहा कि जीविका समूह से जुड़ने के बाद मेरे जीवन में काफी बदलाव आया है। हम लोगों के जीवन में जो बदलाव आया है वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारण आया है। जब हमारे खाते में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये की राशि आई, तो यह हमारे लिए बड़ा सहारा साबित हुई।

    उन्होंने आगे कहा, रकम प्राप्त होते ही हमने अपने सपने को पूरा करने का निश्चय किया और बिना देर किए अपने घर के ठीक सामने, जो कि बाजार क्षेत्र में स्थित है, एक किराना दुकान की शुरुआत की और रोज़ाना 1000 रुपये तक की बिक्री हो जाती है। इससे केवल उनके घर की जरूरतें हीं पूरी नहीं हो रही, बल्कि उनके मन में आत्मनिर्भर बनने का आत्मविश्वास भी जागृत हुआ है। अब वह दुकान में और अधिक पूंजी जोड़कर इसे एक बेहतर किराना केंद्र के रूप में विकसित करना चाहती हैं।

    'हमारे परिवार का भरण-पोषण अच्छे ढंग से हो रहा...'

    योजना की लाभार्थी फूलन कुमारी, जो भागलपुर जिले की रहने वाली हैं और कनक जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदी हैं। नीतीश भैया ने हमलोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काफी काम किया है। पहले हर काम अपने पति से पूछकर करते थे लेकिन अब जीविका से जुड़ने के बाद अपना निर्णय खुद लेने लगी हूं।

    उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये की राशि आई, तो हमने एक किराना दुकान की शुरुआत की जिससे अच्छी आमदनी हो रही है और हमारे परिवार का भरण-पोषण अच्छे ढंग से हो रहा है।

    'सिलाई मशीन खरीदकर अपना काम शुरू किया'

    मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की लाभार्थी फूल देवी ने कहा कि वह दरभंगा जिले की रहने वाली हैं और प्रगति जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदी हैं। जब हमारे खाते में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये की राशि आई, तो इससे हमें काफी फायदा हुआ। रकम प्राप्त होते ही हमने सिलाई मशीन खरीदकर अपना रोजगार शुरू किया। इससे हमारे घर की जरूरतें पूरी होने लगी हैं। यदि योजना से आगे और सहायता मिलती है, तो एक सिलाई सेंटर खोलकर अन्य जीविका दीदियों को अपने यहां रोजगार भी देना चाहती हूं।

    उन्होंने यह भी कहा कि 125 यूनिट बिजली फ्री करने, नल-जल योजना लागू करने से सभी लोग काफी खुश हैं। पोशाक योजना, साइकिल योजना का लाभ हमारी बेटियां उठा रही हैं और आगे बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है जिससे मेरे सास-ससुर को काफी फायदा हो रहा है।