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लालू तो कभी-कभी आते हैं... RJD के इस दिग्गज के हाथ वॉर रूम की कमान, बाकी दलों का ये है हाल

Bihar Politics बिहार की सियासी बिसात में चुनावी रंग भरने के लिए सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है। इसके लिए वॉर रूम भी तैयार कर लिए गए हैं। भारतीय जनता पार्टी जदयू राजद और कांग्रेस ने भी चुनावी माहौल में अपनी पैठ बनाने के लिए अभी से जोर लगाना शुरू कर दिया है। इनकी जिम्मेदारी भी दिग्गजों को दी गई है।

By Vikash Chandra Pandey Edited By: Yogesh Sahu Published: Tue, 19 Mar 2024 07:11 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2024 07:11 PM (IST)
लालू तो कभी-कभी आते हैं.. RJD के दिग्गज के हाथ वॉर रूम की कमान, बाकी दलों का ये है हाल

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics NDA, BJP, JDU, RJD, Congress War Room : बिहार में लगभग सभी प्रमुख दलों के वॉर रूम चुनावी रणनीति पर अमल के लिए सक्रिय हो गए हैं। भाजपा का वॉर रूम तो पिछले कई माह से सक्रिय है और राजद-जदयू भी पीछे नहीं हैं। कांग्रेस की शुरुआत अलबत्ता फीकी रही है, लेकिन अब उसका भी प्रयास पटरी पर आने लगा है।

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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में तो सीट बंटवारा भी हो गया है और आज या कल में महागठबंधन में घटक दलों की हिस्सेदारी भी तय हो जाएगी। उसके बाद वॉर रूम (War Room) की गति और तेज होगी।

भाजपा के वॉर-रूम से तैयार हो रही बूथों तक पहुंचने की रणनीति

भाजपा (BJP War Room) में टिकटों का बंटवारा अभी नहीं हुआ है, लेकिन विधान पार्षद राजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में चुनाव प्रबंधन को लेकर वॉर रूम सक्रिय है।

इसमें अलग-अलग विभागों के लिए अलग-अलग केबिन बने हुए हैं। चुनाव से जुड़े जरूरी काम की मॉनीटरिंग की जा रही है। 35 लोगों की टीम है प्रतिदिन 12 घंटे काम कर रही है।

उनके खाने-पीने की व्यवस्था कार्यालय में ही हो रही है। पार्टी की ओर से ऐसी तैयारी प्रखंड से लेकर विधानसभा व जिला और लोकसभा क्षेत्र स्तर तक है।

भाजपा के एक नेता को इसका प्रभारी बनाया गया है, जो ये तय करते हैं कि किस क्षेत्र में किस जाति का बड़ा वोट बैंक है और वहां उस जाति के बड़े नेता का कितना प्रभाव है।

वॉर रूम से ही तय होता है कि किस जाति के नेता को किस क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के लिए भेजना है। चुनाव प्रबंधन से लेकर संकल्प पत्र तैयार करने की रणनीति भी यहीं से तैयार की जा रही है।

राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह और उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा संकल्प पत्र के माध्यम से क्षेत्रीय व जातीय समीकरण को साधने का रणनीति (Election Strategy) यहीं से तैयार कर रहे हैं।

सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के वीडियो तैयार कर रहा जदयू

जदयू का वॉर रूम (JDU War Room) पार्टी के एक विधान पार्षद के आवास से संचालित हो रहा है। यहां 50 के लगभग आईटी प्रोफेशनल उससे जुड़े हैं। आने वाले समय में उनकी संख्या बढ़ भी सकती है।

यह वॉर रूम फिलहाल नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार में जो योजनाएं शुरू हुईं, उनके लाभार्थियों के छोटे-छोटे वीडियो तैयार कर रहा है। उन्हें इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर डाला जाएगा।

मानीटरिंग के लिए भी टीम बनाई जा रही है कि कितनी संख्या में लोग वीडियो देख रहे। आईटी प्रोफेशनल्स इन दिनों फील्ड विजिट पर भी हैं। लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से सरकारी योजनाओं को देखा जा रहा है।

यह डाटा भी एक क्लिक पर उपलब्ध हाेगा कि अलग-अलग क्षेत्र में किस तरह से योजनाओं को शुरू किया गया। जदयू के नीचे स्तर पर जो व्हाट्सएप ग्रुप बनने हैं, उन पर इन तथ्यों को नियमित रूप से डाला जाएगा।

वॉर रूम से जुड़े लोग अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों (Lok Sabha Seat) में भी सक्रिय रहेंगे। वहां से मिलने वाले फीडबैक को वे वॉर रूम को भेजेंगे और फिर इसकी जानकारी पार्टी के प्रमुख नेताओं को दी जाएगी।

अभी बीएलए का रिकॉर्ड जुटाने में जूझ रहा कांग्रेस का वॉर रूम 

एक अवधि की सुस्ती के बाद कांग्रेस (Congress War Room) का वार-रूम भी अब सक्रिय होने लगा है। हालांकि, उसकी गतिविधि अभी बीएलए का नाम-पता दर्ज करने तक ही सीमित है।

प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो बीएलए बनाए जाने हैं। रिकॉर्ड में अब तक 1300 नाम दर्ज हो चुके हैं। प्रिसिंपल के पद से सेवानिवृत्त अंबुज किशोर के नेतृत्व में वार-रूम को आठ डेस्क में बांटा गया है।

राज छविराज, राकेश कुमार मुन्ना, मृणाल अन्मय, बिमलेश तिवारी, अनुप कुमार, कुमार आशीष, रवि गोल्डन, सुदय शर्मा को एक-एक डेस्क का दायित्व मिला है।

एक डेस्क के जिम्मे चार से छह संसदीय क्षेत्रों का दायित्व है। इस तरह वॉर रूम सभी 40 संसदीय क्षेत्रों के लिए सक्रिय है, जो समग्रता में महागठबंधन की जीत के लिए चुनावी रणनीति बनाएगा।

व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जिला व प्रखंड अध्यक्ष, प्रदेश व अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य, जिला प्रभारी आदि को जोड़ लिया गया है, ताकि समग्रता में सभी तक एक साथ संदेश पहुंचाया जा सके। महत्वपूर्ण यह कि सांगठनिक गतिविधियों के उद्देश्य से यह वार-रूम लोकसभा चुनाव के बाद भी सक्रिय रहेगा।

प्रखंड से जिला तक की मॉनीटरिंग को राजद ने बनाए दो वॉर रूम

राजद (RJD War Room) ने चुनाव की मॉनीटरिंग के लिए दो अलग-अलग वॉर रूम तैयार किए हैं। एक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर बनाया गया है तो दूसरा राजद के प्रदेश कार्यालय में ऊपरी तल पर, जिसकी मॉनीटरिंग प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) स्वयं कर रहे हैं।

इस वॉर रूम से प्रखंड, प्रमंडल से लेकर बूथ स्तर तक की विभिन्न कमेटियों को जिम्मेदारी सौंप कर मॉनीटरिंग हो रही है। क्षेत्र में मतदाता, उनकी जाति, व्यवसाय से जुड़े आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।

प्रमंडलीय प्रभारी, जिला अध्यक्ष, प्रधान महासचिव, प्रखंड अध्यक्ष और प्रधान महासचिवों को प्रतिदिन दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। अपने आवास वाले वॉर रूम की मॉनीटरिंग स्वयं तेजस्वी कर रहे हैं।

लालू प्रसाद (Lalu Yadav) भी यदा-कदा आकर निर्देश दे जाते हैं। यहीं से ही तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) प्रतिदिन सुबह पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश देते हैं।

यहां से संसदीय क्षेत्र में हो रहे प्रचार-प्रसार को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। मॉनीटरिंग भी हो रही है। यहां पार्टी नेताओं और बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित है।

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