शरद यादव को चुनाव आयोग का अल्टीमेटम, 7 दिनों में दस्तावेज जमा करें
चुनाव आयोग ने जदयू के बागी नेता शरद यादव को कहा है कि बार-बार आवेदन देने से काम नहीं चलेगा, अपने दावे के लिए ठोस दस्तावेज सात दिनों के भीतर उपलब्ध करा दें।
पटना [जेएनएन]। चुनाव आयोग ने जदयू के बागी नेता शरद यादव को उनके दोबारा आवेदन पर कड़ी फटकार लगायी है। चुनाव आयोग ने शरद यादव से कहा है कि सिर्फ बार-बार आवेदन देने से काम नहीं चलेगा। उन्हें अपने दावे के संबंध में ठोस दस्तावेज उपलब्ध कराना होगा। आयाेग ने इसके लिए सात दिनों की मोहलत दी है।
सात दिनों में यदि शरद गुट अपने दावे के संबंध में कागजात आयोग को मुहैया नहीं कराया तो आयोग अंतिम निर्णय ले लेगा। इसके पहले भी आयोग ने शरद यादव के गुट के आवेदन को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि उसने अपने दावे के संबंध में एक भी सबूत पेश नहीं किये थे।
गौरतलब है कि जदयू की ओर से राष्ट्रीय महासचिव सांसद आरसीपी सिंह, प्रधान महासचिव केसी त्यागी, राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव संजय झा तथा जदयू के वकील गोपाल सिंह ने पूरे दस्तावेजों के साथ चुनाव आयोग की टीम को यह जानकारी दी थी कि असली जदयू वही लोग हैं।
इससे पहले शरद यादव गुट ने आयोग को सूचित किया था कि वह 17 सितंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन करेगा, जिसके बाद 8 अक्तूबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। पार्टी ने अपने दावे के पक्ष में जरूरी दस्तावेज जमा करने के लिए चार हफ्ते का वक्त मांगा था।
दरअसल, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जदयू ने पिछले दिनों महागठबंधन से रिश्ता तोड़ लिया था और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। इसके बाद शरद यादव ने विपक्षी कांग्रेस और पार्टियों के साथ हाथ मिलाकर जदयू के खिलाफ अभियान चलाने का ऐलान कर दिया।
पार्टी के सारे विधायक और विधान पार्षद, सभी लोकसभा के सदस्य और राज्यसभा के दो को छोड़ सारे सदस्य नीतीश कुमार की अगुवायी वाले जदयू के साथ हैं।
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