2 EPIC ID मामला: चिराग पासवान की सांसद और उनके पति को चुनाव आयोग का नोटिस
चिराग की पार्टी से सांसद वीणा देवी और उनके पति और जदयू MLC के भी दो वोटर कार्ड सामने आए हैं। अब पूरे मामले पर चुनाव आयोग ने सांसद वीणा देवी और MLC दिनेश सिंह को नोटिस भेजा है। उन्हें 16 अगस्त शाम 5 बजे तक अपना जवाब भेजने को कहा है।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार SIR के बाद वोटर लिस्ट में कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, पटना मेयर के 2 EPIC नंबर के बाद चिराग की पार्टी से सांसद वीणा देवी और उनके पति और जदयू MLC के भी दो वोटर कार्ड सामने आए हैं।
अब पूरे मामले पर चुनाव आयोग ने सांसद वीणा देवी और MLC दिनेश सिंह को नोटिस भेजा है। उन्हें 16 अगस्त शाम 5 बजे तक अपना जवाब भेजने को कहा है।
तेजस्वी ने कहा- चुनावी धांधली का लगाया आरोप
स्वयं मतदाता पहचान-पत्र (ईपिक) रखने के आरोप से घिरने के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव एनडीए के उन राजनेताओं का पर्दाफाश करने में जुट गए हैं, जिनके पास दो ईपिक हैं।
उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने उन्होंने इस आरोप की शुरुआत की। बुधवार को मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी और उनके दो देवरों पर साक्ष्य के साथ दोहरे ईपिक रखने पर अंगुली उठाई।
उसके बाद आरोपोंं की जद में वैशाली से लोजपा सांसद वीणा देवी और जदयू के विधान पार्षद दिनेश सिंह आ गए हैं। दोनों पति-पत्नी हैं।
अपने एक्स हैंडल पर तेजस्वी ने लिखा है कि वीणा और दिनेश के दो अलग-अलग जिलों के दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में दो अलग-अलग वोट हैं।
दो अलग-अलग ईपिक में इनकी दो अलग-अलग उम्र है। स्पष्ट है कि एसआइआर में इन्होंने दो अलग-अलग गणना प्रपत्र भरे और आयोग की ओर से उस पर हस्ताक्षर किए गए।
उनके दोहरे ईपिक का ब्योरा देते हुए आयोग से पूछा है कि क्या उन दोनों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा? क्या आयोग एसआइआर में की जा रही गड़बड़ियों और गलतियों को स्वीकार करेगा?
क्या यह एनडीए को जिताने के लिए की गई धांधली, फर्जीवाड़ा और मिलीभगत नहीं है? इसी के साथ उन्होंने भाजपा के ट्रोल आयोग और केंचुआ आयोग जैसी संज्ञा से निर्वाचन आयोग का कटाक्ष किया है।
उल्लेखनीय है कि दो अगस्त को तेजस्वी ने स्वयं प्रेस-वार्ता कर अपने पास दो ईपिक होने के लिए निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा किया था। उसके बाद उन्हें आयोग से नोटिस मिला।
उसका उन्होंने उत्तर भी दे दिया और मतदाता-सूची में एक जगह से उनका नाम भी हट गया। इस बीच तेजस्वी ने विजय सिन्हा का मुद्दा उछाला, जिनका नाम लखीसराय के साथ पटना की मतदाता-सूची में भी थी।
सिन्हा ने इसका कारण भी बताया और आरोप लगने से पहले ही नाम हटाने के लिए दिए गए आवेदन की पावती को बतौर साक्ष्य दिखाया भी।
सिन्हा का नाम भी एक जगह से कट गया है। इस कड़ी मेंं तेजस्वी ने तीसरा नाम निर्मला देवी और उनके दो देवरों (दिलीप कुमार और मनोज कुमार) का लिया।
आयोग ने उन तीनों को नोटिस भेजकर 16 अगस्त तक स्पष्टीकरण मांगा है। उल्लेखनीय है कि मतदाता-सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में जिन 65 लाख नामोंं को हटाए जाने का उपक्रम है, उनमें सात लाख नाम दोहरी प्रविष्टि वाले हैं।
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