Updated: Tue, 02 Sep 2025 07:52 AM (IST)
पटना जिले में प्रदूषण और सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्त है। अप्रैल से जुलाई तक 3716 वाहनों की प्रदूषण जांच हुई जिसमें 2041 फेल पाए गए और उनसे भारी जुर्माना वसूला गया। खुले वाहनों पर भी कार्रवाई की गई। डीएम ने सड़क दुर्घटनाएं कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और तुरंत सहायता के लिए 112 पर कॉल करने का निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, पटना। जिले में एक अप्रैल से 30 जुलाई तक 3716 वाहनों की प्रदूषण जांच की गई। इनमें से 2041 वाहनों का प्रदूषण फेल मिलने पर उनसे आठ करोड़ 25 लाख 62 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। इसी अवधि में बिना ढंके वाहनों पर राख-धूल आदि उड़ाते हुए चलने वाले 476 वाहनों की जांच कर 267 पर जुर्माना कर आठ लाख 67 हजार रुपये की वसूली की गई।
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यह जानकारी सोमवार को डीएम सह जिला सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ. त्यागराजन एसएम ने समीक्षा बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी ने दी। वहीं, जिलाधिकारी ने अधिकारियों से सड़क दुर्घटना में कमी के लिए नियमित तौर पर जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि तेज रफ्तार, ओवरलोड़िंग, प्रदूषण अंडरकंट्रोल प्रमाणपत्र की जांच कर समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीटीओ ने बताया कि हेलमेट, सीट बेल्ट, वाहन फिटनेस, प्रदूषण, परमिट, बीमा, चालक अनुज्ञप्ति, अवयस्क द्वारा वाहन चलाने से रोकने के लिए नियमित रूप से अभियान चलाया जाता है।
डीएम ने कहा कि सड़क दुर्घटना की जानकारी तुरंत डायल 112 पर दें, इससे घायलों को त्वरित सहायता मिल सकेगी। साथ ही वाहनों को निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करने को कहा गया। इसके लिए जगह-जगह संकेतक लगाने के आदेश दिए।
उन्होंने सड़क सुरक्षा के पांच मुख्य घटक सुरक्षित यातायात व्यवहार, दुर्घटना के बाद समुचित देखभाल, सड़क सुरक्षा प्रबंधन, सुरक्षित सड़क निर्माण व सुरक्षित वाहन निर्माण को सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
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