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    Education news: युवाओं के सपनों में पंख लगाएगा जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय

    Updated: Wed, 16 Jul 2025 12:21 PM (IST)

    आगामी विधानसभा सत्र में इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विधेयक पेश किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय बिहार में चल रहे सभी कौशल विकास संस्थानों को एक मंच पर लाएगा जिससे प्रशिक्षण और शिक्षा का समन्वय और प्रभावी होगा। कुलपति कुलसचिव रजिस्ट्रार सहित सात प्रमुख पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी जो इसकी प्रशासनिक और शैक्षिक मजबूती को सुनिश्चित करेंगी।

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    युवाओं के सपनों में पंख लगाएगा जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय

    जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए राज्य सरकार जल्द ही देश का तीसरा कौशल विश्वविद्यालय जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। यह विश्वविद्यालय बिहार के युवाओं को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने और कौशल विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने का वादा करता है। मुख्यमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होंगे।

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    आगामी विधानसभा सत्र में इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विधेयक पेश किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय बिहार में चल रहे सभी कौशल विकास संस्थानों को एक मंच पर लाएगा, जिससे प्रशिक्षण और शिक्षा का समन्वय और प्रभावी होगा। कुलपति, कुलसचिव, रजिस्ट्रार सहित सात प्रमुख पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी, जो इसकी प्रशासनिक और शैक्षिक मजबूती को सुनिश्चित करेंगी।

    कौशल और उद्यमशीलता का नया केंद्र

    जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि युवाओं को आधुनिक उद्योगों की मांगों के अनुरूप कौशल से लैस करना है। यह विश्वविद्यालय कौशल-आधारित पाठ्यक्रम तैयार करेगा, जिसमें नवीनतम तकनीक, डिजिटल स्किल्स, और उद्योग-केंद्रित प्रशिक्षण शामिल होंगे। खास बात यह है कि यहां विदेशी भाषाओं की भी जानकारी दी जाएगी, जो बिहार के युवाओं को विदेशों में नौकरियों के लिए तैयार करेगा। चाहे जापान हो, दुबई हो, या अन्य वैश्विक बाजार, बिहार के युवा अब अपनी प्रतिभा का परचम लहराने को तैयार होंगे।

    स्वयं का व्यवसाय शुरू करने पर जोर

    विश्वविद्यालय का दायरा केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं रहेगा। यह उद्यमशीलता को बढ़ावा देगा, सम्बद्धन, परीक्षा, मूल्यांकन और उपाधि प्रदान करने की जिम्मेदारी भी निभाएगा। इससे बिहार के युवा न केवल नौकरी पाने, बल्कि स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी सशक्त होंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मान्यता के लिए जल्द आवेदन करेगा, और इसका स्थान भी शीघ्र तय किया जाएगा। सामाजिक न्याय और समानता के प्रतीक रहे कर्पूरी ठाकुर की विरासत को यह विश्वविद्यालय आगे बढ़ाएगा। यह न केवल तकनीकी कौशल, बल्कि सामाजिक समावेश और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देगा। बिहार के उन युवाओं के लिए यह एक वरदान होगा, जो संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते हैं।

    विदेश में युवाओं के लिए पैदा होंगे अवसर

    श्रम विभाग के सचिव व बिहार कौशल विकास मिशन के सचिव-सह-सीईओ दीपक आनंद ने कहा कि यह विश्वविद्यालय बिहार के लिए एक मील का पत्थर होगा। यह न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाएगा, बल्कि बिहार को कौशल विकास का हब बनाएगा। बिहार स्किल डेवलपमेंट मिशन (बीएसडीएम) के साथ मिलकर यह विश्वविद्यालय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

    जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना से विदेश में युवाओं के लिए अवसर और बढ़ाएगा। यह विश्वविद्यालय बिहार के युवाओं को न केवल तकनीकी कौशल, बल्कि आत्मविश्वास और वैश्विक दृष्टिकोण देगा। बिहार सरकार की यह पहल न केवल शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में क्रांति लाएगी, बल्कि राज्य को आर्थिक और सामाजिक प्रगति के पथ पर ले जाएगी।