बिहार में 6.60 करोड़ से अधिक मतदाताओं के मतगणना फॉर्म जमा, EC इस तरह लोगों को कर रहा जागरूक
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में तेजी आई है। 6.60 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने प्रपत्र जमा किए जिससे 88.18% मतदाताओं की स्थिति स्पष्ट हुई। शहरी क्षेत्रों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं और ऑनलाइन माध्यम से फॉर्म भरने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। चुनाव आयोग के अनुसार ECINET पर 5.74 करोड़ फॉर्म अपलोड हुए हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सतर्कता का असर कहें या चुनाव आयोग की सक्रियता, 6.60 करोड़ से अधिक मतदाता मतगणना प्रपत्र जमा कर चुके हैं।
वहीं, चुनाव आयोग के अनुसार, 88.18 प्रतिशत से अधिक मतदाता या तो फॉर्म भर चुके हैं या उनकी स्थिति स्पष्ट हो गई है। अब शहरी मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए राज्य के 261 नगर निकायों के 5,683 वार्डों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं।
राज्य से बाहर गए लोगों को भी समाचार पत्रों और ऑनलाइन माध्यमों से फॉर्म भरने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 25 जुलाई है। अब मतगणना प्रपत्र भरने की अंतिम तिथि में 11 दिन शेष बचे हैं। अब केवल 11.82 प्रतिशत मतदाता ही मतगणना प्रपत्र भरने के लिए बचे हैं। इनमें से कई ने आने वाले दिनों में दस्तावेजों के साथ फॉर्म जमा करने के लिए समय भी मांगा है।
ईसीआईएनईटी पर 5.74 करोड़ फॉर्म अपलोड : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय का दावा है कि ईसीआईएनईटी पर अब तक 5.74 करोड़ फॉर्म अपलोड किए जा चुके हैं। मतदाताओं की सुविधा के लिए ईसीआईएनईटी एप या https://voters.eci.gov.in वेबसाइट के माध्यम से अपने मोबाइल फोन से ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा उपलब्ध है।
एसआईआर को लेकर जारी दिशा-निर्देश के पैरा 3 (डी) के अनुसार, किसी कारणवश दूर गए मतदाता अपने परिजनों या किसी भी ऑनलाइन माध्यम जैसे व्हाट्सएप आदि के माध्यम से संबंधित बीएलओ को अपना फॉर्म भेज सकते हैं। सभी राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.5 लाख बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) भी इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
1.59 फीसद मतदाता मृत पाए गए, 2.2 फीसद स्थायी रूप से पलायन कर गए पटना : चुनाव आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, सघन सर्वेक्षण के दौरान अब तक की गई समीक्षा के आधार पर 1.59 फीसद मतदाता मृत पाए गए हैं, जबकि 2.2 फीसद स्थायी रूप से दूसरे स्थानों पर पलायन कर गए हैं।
इसके अलावा, 0.73 प्रतिशत मतदाता एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत पाए गए हैं। राज्य भर में तीसरे चरण के तहत, एक लाख बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) शेष 11.82 प्रतिशत मतदाताओं से संपर्क करने के लिए फिर से घर-घर जाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।