Durga Puja: तस्वीरों में देखिए पटना की दुर्गा पूजा, भव्य पंडालों और लाइटिंग का आकर्षक नजारा
Durga Puja in Patna वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां दुर्गा की प्रतिमाओं का खुला पट मां जगदंबा की भक्ति में डूबा शहर। डाकबंगला चौराहे से लेकर आयकर गोलंबर तक भव्य लाइटिंग। बंगाली अखाड़ा कालीबाड़ी मंदिर समेत अन्य जगहों पर आज धुनुची नृत्य का आयोजन
पटना, आनलाइन डेस्क। Durga Puja 2022: पटना में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का पट सप्तमी तिथि रविवार को पूजा-अर्चना करने के बाद खोल दिए गए। पट खुलते हीं देवी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ शहर की सड़कों पर उमड़ने लगी। देवी प्रतिमाओं का पट खुलने का सिलसिला रविवार के सुबह से ही शुरू हो गया था, जो शाम तक जारी रहा।
पूजा पंडालों के पास बज रहे ढोल, नगाड़े वातावरण को भक्तिमय बना रहे थे। वहीं दूसरी ओर पूजा पंडालों में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पट खुलते हीं मानों पूरा शहर मां जगदंबा की भक्ति में डूबा नजर आया।
विभिन्न चौक-चौराहे पर मां की भव्य प्रतिमा के साथ बेहतर लाइटिंग की खूबसूरती देखते बन रही थी। कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्षो बाद शहर में भक्तिमय माहौल देखते बन रहा था।
मां दुर्गा की प्रतिमा के पट खुलते हीं काफी संख्या में देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ राजधानी की सड़कों पर पूजन के लिए उमड़ी। सप्तमी तिथि को सर्वाधिक भीड़ डाकबंगला चौराहे पर देखने को मिली।
यहां शहर के अलग-अलग कोने से आए श्रद्धालुओं ने भव्य पंडाल को देखने के साथ देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का दर्शन कर पूजा अर्चना की।
शाम में डाकबंगला चौराहे से लेकर आयकर गोलंबर तक लोग हीं लोग दिखाई पड़ रहे थे। सड़कों पर बेहतर तरीके से भव्य लाइटिंग की गई थी।
डाकबंगला चौराहे पर दोनों तरफ से काफी आकर्षक तोरणद्वार बनाए गए हैं। पूरा शहर मेले के रंग में रंगा नजर आ रहा है।
पटना के कई इलाकों में लाखों रुपये खर्च कर काफी आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं। पटना के पंडालों में कहीं पर आजादी के अमृत महोत्सव की झलक तो कहीं पर मदुरई मीनाक्षी टेंपल के थीम पर आकर्षक पंडाल बनाए गए है।
वहीं शहर के बड़ी व छोटी पटनदेवी, अगमकुआं शीतला मंदिर, बांसघाट सिद्धेश्वर काली मंदिर, गोलघर अखंडवासिनी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में सप्तमी तिथि को काफी संख्या में पूजा अर्चना को भक्तों की भीड़ सुबह से लेकर रात तक लगी रही।
दशमी तिथि को सिंदूर खेला का आयोजन
कोरोना संक्रमण के दो वर्षो बाद शहर में दुर्गापूजा पर भक्तों व पूजा समितियों का उत्साह देखते बन रहा है। शहर के यारपुर काली बाड़ी, लंगरटोली बंगाली अखाड़ा, अदालतगंज बंगाली अखाड़ा, पीडब्लूडी छज्जूबाग, आर ब्लाक बंगाली अखाड़ा में रविवार को महासप्तमी पर नवपत्रिका प्रवेश के साथ पट खुलते हीं दर्शन को भीड़ उमड़ी।
मां दुर्गा की प्रतिमा का पट खुलते हीं लोगों की भीड़ दर्शन को खूब उमड़ी।
बंगाली पूजा पद्धति पर आधारित इन जगहों पर अष्टमी व नवमी तिथि को धुनुची नृत्य का भव्य आयोजन होगा। लंगरटोली बंगाली अखाड़े के सचिव अमित सिन्हा के अनुसार यहां पर 130 वर्षो से मां की पूजा होते रही है।
पटना कालीबाड़ी के सभापति गौतम बोस ने बताया कि सोमवार को महाष्टमी की पूजा सोमवार को सुबह 8.29 बजे से आरंभ हो जाएगी।
मंदिर के सचिव अशोक चक्रवर्ती ने बताया कि दशमी तिथि को सुबह 10 बजे के बाद मंदिर परिसर में सिंदूर खेला कार्यक्रम का आयोजन होगा।
वहीं सोमवार अष्टमी तिथि को दोपहर साढ़े तीन बजे से चार बजे के बीच संधिपूजा का आयोजन, ईख व भतुआ की बलि पड़ेगी।
साथ हीं साथ इस दौरान 108 दीपक मंदिर परिसर में जलाए जाएंगे। बुधवार को दोपहर ढाई बजे मां की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।
भगवती दर्शन को उमड़ा जन सैलाब
अशोक राजपथ व चैलीटाड़ में चीन के बुहान का बुद्धा टेंपल से बना तोरण द्वार व पंडाल तथा टेढ़ी घाट स्थित श्री दुर्गा पूजा समिति द्वारा देश के 75 वें अमृत महोत्सव पर मच्छरहट्टा में अमृत व तिरंगा द्वार आकर्षण का केंद्र है।
हाजीगंज, मच्छरहट्टा, गुरहट्टा, महाराजगंज, कत्थक तल, राय जयकृष्णा रोड में विशेष लाइटिंग, चौक थाना क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर जलते-बुझते रंगीन बल्ब व मुसल्लहपुर बाजार समिति में भव्य पंडालों की खूबसूरती देखते बन रही है।
हीरानंद साह गली मोड़ पर स्थापित भारत माता को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त जुट रहे हैं।
मां दुर्गा के दर्शन को लंबी कतार
मारूफगंज, दलहट्टा, नंदगोला, कचौड़ी गली, श्री गुरु गोङ्क्षवद ङ्क्षसह पथ, मच्छरहट्टा, टेढ़ी घाट, खाजेकलां, गुरहट्टा, महाराजगंज, त्रिपोलिया मोड़, खजूरबन्ना, नया गांव, लोहरवा घाट, चैली टांड़ मनोरंजन क्लब व मुसल्लहहपुर में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
शक्तिपीठ श्री बड़ी पटन देवी जी के दर्शन को श्रद्धालु गंगा तट से दंडवत करते हुए मां के द्वार तक पहुंचे। रास्ते में भक्तों ने इनके चरण छू कर आशीर्वाद लिया। भक्तों ने मां की पूजा-अर्चना का मनोकामना के लिए प्रार्थना किया।
शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी, छोटी पटनदेवी, शीतला माता मंदिर, काली मंदिर में मां भगवती की एक झलक पाने के लिए लोग सुबह चार बजे से ही कतारबद्ध हो घंटों लाइन में लगकर मां भगवती का दर्शन किए।