Bihar News: नेपाल-बर्मा और पूर्वोत्तर से आ रही ड्रग्स की खेप, नेटवर्क ध्वस्त करने को चलेगा ऑपरेशन
बिहार में ड्रग्स तस्करी का जाल फैलता जा रहा है जिसमें नेपाल बर्मा और पूर्वोत्तर राज्य शामिल हैं। हेरोइन चरस गांजा और अफीम की तस्करी की जा रही है। बिहार पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए एक बड़ा ऑपरेशन चलाने की तैयारी में है। नारकोटिक्स के खिलाफ सख्ती बढ़ाने और तस्करों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में ड्रग्स (मादक पदार्थों) की बड़ी खेप नेपाल-बर्मा और पूर्वोत्तर के राज्यों से आ रही है। मणिपुर एवं नगालैंड के दीमापुर से हेरोइन जबकि नेपाल-बर्मा से चरस गांजा और ब्राउन शुगर की खेप लाई जा रही है।
वहीं, राजस्थान के झालावाड़, उत्तरप्रदेश के गाजीपुर और झारखंड के चतरा, हंटरगंज से अफीम की तस्करी की जा रही है। इन मादक पदार्थों की स्थानीय बाजारों में खुदरा बिक्री तो की ही जाती है इसे पंजाब और अन्य राज्यों में भी भेजा जाता है।
बिहार पुलिस अब केंद्रीय एजेंसियों की मदद से इस नेटवर्क को खंगलाने में जुट गई है। ड्रग्स तस्करी के इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए बड़ा ऑपरेशन चलाया जाएगा।
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने बताया कि हाल ही में नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में देशभर के नारकोटिक्स अधिकारियों की अहम बैठक बुलाई गई थी।
इसमें भी ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए संयुक्त ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया गया है। खासकर इसकी सप्लाई चेन को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स का दायरा बदल रहा है। पहले अफगानिस्तान, ईरान, पाकिस्तान नारकोटिक्स के पारंपरिक रूट थे मगर तालिबान सरकार की सख्ती के बाद इसमें बदलाव आया है। अब इसकी जगह बर्मा में बड़ी मात्रा में हेरोइन-गांजा आदि की खेती और आपूर्ति हो रही है।
बिहार में नेपाल, पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ ओडिशा, बंगाल और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों से भी ड्रग्स की तस्करी हो रही है। इनके विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बिहार के बाहर के तस्करों को भी चिह्नित किया है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी है। बिहार पुलिस में नारकोटिक्स इकाई के अलग गठन से इस कार्रवाई में और तेजी आएगी।
विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ेगी सख्ती
एडीजी खान ने बताया कि नारकोटिक्स एक चुनौती है। इस पर लगातार काम चल रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नारकोटिक्स को लेकर सख्ती बढ़ाई जाएगी।
इसको लेकर जल्द ही पुलिस मुख्यालय के स्तर पर अहम बैठक बुलाई जाएगी। साथ ही नेपाल और सीमावर्ती जिलों में तस्करी रोकने के व्यापक इंतजाम और प्रबंधन किए जाएंगे।
गिरफ्तार ड्रग्स तस्करों की संपत्ति होगी जब्त
बिहार पुलिस के नारकोटिक्स सेल के द्वारा मोतिहारी में सात, पटना, मुजफ्फरपुर, भोजपुर में दो-दो जबकि सीतामढ़ी, अरवल, किशनगंज, बेगूसराय व गयाजी में एक-एक कार्रवाई की गई है।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अप्रैल से अगस्त के बीच गिरफ्तार किए गए 51 तस्करों की संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी की जाएगी। बीएनएसएस की धारा-107 के तहत इसका प्रस्ताव कोर्ट को भेजा जा रहा है।
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