डा. सहजानंद प्रसाद सिंह ने संभाला आइएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद
आइएमए के 96वें राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन मंगलवार को निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जेए जयालाल ने मेडेलियन हस्तांतरित कर बिहार के डा. सहजानंद प्रसाद सिंह को पदभार ग्रहण कराया।

पटना। आइएमए के 96वें राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन मंगलवार को निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जेए जयालाल ने मेडेलियन हस्तांतरित कर बिहार के डा. सहजानंद प्रसाद सिंह को पदभार ग्रहण कराया। उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के साथ पटना के भव्य समारोह के लिए बिहार आइएमए के अध्यक्ष डा. अजय कुमार और डा. सुनील कुमार की सराहना की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डा. रवि वांडखेडकर और उनकी टीम ने नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सहजानंद प्रसाद सिंह को पद की शपथ दिलाई। इसके पूर्व दिनभर केंद्रीय परिषद की बैठक, स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न वैज्ञानिक परिचर्चाओं के अलावा बापू सभागार में प्रेयर व फ्लैग सैल्यूटेशन किया गया। डा. कैप्टन विजय शंकर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए डा. सहजानंद प्रसाद सिंह को बिहार का धरती पुत्र तो आइएमए के मुख्य संरक्षक डा. केतन देसाई ने उन्हें डा. एकेएन सिन्हा के पदचिह्नों पर चलने वाला सिपाही बताया। सरकार मिक्सोपैथी पर समिति की रिपोर्ट के आधार पर करे काम : डा. सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि आयुर्वेद, होमियोपैथी, यूनानी डाक्टरों को सर्जरी की अनुमति उचित नहीं होगी। हम केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि वे देश के नामचीन डाक्टरों की समिति बनाकर उनकी रिपोर्ट के आधार पर जो फैसला ले। आमजन को नुकसान नहीं हो इसलिए हम इसकी मांग कर रहे हैं। वहीं उन्होंने चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कठोर केंद्रीय कानून की मांग की। कहा, हम राज्य सरकार से बिहार में इसे लागू करने और दोषी को कम से कम 10 साल जेल का प्रावधान करने की मांग करते हैं। बताया कि कोविड-19 महामारी में शहीद देश के 2000 चिकित्सकों में से दो सौ अकेले बिहार के थे। हम उनके परिवार को आर्थिक मदद मुहैया कराने की मांग करते हैं। डाक्टरों को कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट से बाहर रखने की मांग :
डा. सहजानन्द प्रसाद सिंह ने कहा कि आइएमए की इस वर्ष की थीम ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा में प्राथमिकता और पेशे की गरिमा है। इसी के अनुरूप कार्य करना हमारी प्राथमिकता रहेगी। आइएमए देशभर में अपने मापदंड के अनुसार हास्पिटल खोलने के लिए सदस्यों को प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि आइएमए के सभी सदस्य डाक्टर अपने-अपने गांव को गोद लेकर मुख्य संरक्षक डा. केतन देसाई के आह्वान को सफल बनाएं। हम सरकार से आधुनिक चिकित्सा पद्धति की पवित्रता बरकरार रखने के लिए मिक्सोपैथी, क्रासपैथी क्वैकरी आदि से होने वाले नुकसान के प्रति आगाह कर डाक्टरों को कंज्यूमर प्रोटेक्शन से बाहर रखने की बात करते रहेंगे । बिहार में क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के केंद्रीय प्रारूप से अव्यवहारिक प्रावधानों को हटाने और 50 बेड तक के अस्पताल को इससे बाहर रखने की मांग करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने इन डाक्टरों को किया सम्मानित : मुख्यमंत्री ने दिल्ली के डा. वेद प्रकाश मिश्र को डा. केतन देसाई विशिष्ट पुरस्कार और आंध्रप्रदेश के डा. एन अप्पा राव एवंडा को आइएमए का डा. एकेएन सिन्हा विशिष्ट अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बिहार के दो सौ चिकित्सकों को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पुरस्कार प्रदान किया गया। सभा का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डा. राजीव रंजन ने किया। सम्मेलन में देश-विदेश के करीब पांच हजार डाक्टरों ने शिरकत की। आयोजन को सफल बनाने में डा. अजय कुमार, डा. सुनिल कुमार, डा. बिमल कारक, डा. सत्यजीत सिंह, डा. डीपी सिंह, डा. बंसत सिंह, डा. हरिहर दीक्षित, डा. शिवेन्द्र कुमार, डा. मानवेन्द्र कुमार, डा. दिनेश कुमार, डा. ब्रजनंदन कुमार, डा. दिनेश कुमार, डा. अभिषेक वासुकि आदि का अहम योगदान रहा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।