बिहार में सफेदपोशी की आड़ में हो रहा घिनौना काम, समाज को करना चाहिए आंदोलन : डीजीपी
डीएसपी समेत वरीय पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) रोकने का काम आसान नहीं है। इसका फुलप्रूफ सिस्टम है। ऐसे में कितना भी मजबूत आदमी हो इस मामले में पुलिस निष्पक्ष होकर कार्रवाई करें। वह पुलिस मुख्यालय सभागार में अंतरराष्ट्रीय मानव व्यापार निरोध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

राज्य ब्यूरो, पटना। डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि सफेदपोशी की आड़ में गणमान्य लोग अपराध और घिनौना काम कर रहे हैं। समाज को इसके विरोध में आंदोलन करना चाहिए मगर समाज चुप है। डीजीपी ने आरा और नवादा के दो उदाहरण देते हुए कहा कि इन दोनों मामलों में जनप्रतिनिधि ही नाबालिगों के यौन शोषण का जघन्य अपराध कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई भी की है।
उन्होंने सभी डीएसपी समेत वरीय पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) रोकने का काम आसान नहीं है। इसका फुलप्रूफ सिस्टम है। ऐसे में कितना भी मजबूत आदमी हो, इस मामले में पुलिस निष्पक्ष होकर कार्रवाई करें। वह पुलिस मुख्यालय सभागार में अंतरराष्ट्रीय मानव व्यापार निरोध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
डीजीपी ने कहा कि मानव तस्करी या किसी बच्चे का गुम हो जाना हत्या से भी ज्यादा पीड़ादायक है। मौत का दुख तो कुछ दिनों में भर जाता है मगर गुमशुदा बच्चे की पीड़ा से परिवार कभी उबर नहीं पाता इसलिए पुलिस इन मामलों को पार्ट टाइम नहीं, फुल टाइम समझ कर काम करे।
ड्रग्स बेचने वाले चल रहे फार्च्यूनर पर, बचेंगे नहीं
डीजीपी ने कहा कि आज ड्रग्स बेचने वाला फॉर्च्यूनर गाड़ी पर चल रहा है। एक मामले में मैंने जांच की तो पता चला ड्रग्स माफिया ने 50 जगह जमीन की रजिस्ट्री की है। इस तरह के अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है। इनको चिन्हित किया जा रहा है। इस तरह के लोग बचेंगे नहीं। समाज को भी इनका प्रतिरोध करना चाहिए और अपने अंदर झांकना होगा।
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