Lockdown बिहार में डीजल-पेट्रोल की खपत में 39% तक की कमी, पटना में 68% पहुंचा आंकड़ा
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण डीजल-पेट्रोल की खपत लगभग 68 फीसद तक कम हो गई है। जानें कहां कितना खर्च हो रहे तेल।
नलिनी रंजन, पटना। लॉकडाउन के कारण डीजल-पेट्रोल की खपत लगभग 68 फीसद तक कम हो गई है। बिहार में इंडियन ऑयल, भारत व हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की ओर से ईंधन की आपूर्ति की जा रही है। इंडियन ऑयल ने पटना में फरवरी में पेट्रोल 5506 किलो लीटर, जबकि बिहार में 50796 किलो लीटर की बिक्री की। मार्च में पटना में 4033 किलो लीटर एवं बिहार में 44659 किलो लीटर की बिक्री हुई।
मार्च से कम होने लगे खरीदार
पूरे पटना में पेट्रोलियम इंडस्ट्री ने मार्च में 9330 किलो लीटर एवं बिहार में 84991 किलो लीटर ईंधन की बिक्री की। डीजल के आंकड़ों पर ध्यान दें तो इंडियन ऑयल ने फरवरी में केवल पटना जिले में 11690 किलो लीटर व पूरे बिहार में 115027 किलो लीटर तथा पेट्रोलियम जगत ने पटना में 25155 तथा बिहार में 225835 किलो लीटर ईंधन बिक्री की। मार्च 2020 के आंकड़ों को देखे तो पटना में 7197 किलो लीटर एवं पूरे बिहार में 85242 किलो लीटर ईंधन की ही बिक्री हुई। इंडस्ट्री ने पटना में 15379 किलो लीटर तथा पूरे बिहार में 163558 किलो लीटर ईंधन की खपत की।
22 से 28 मार्च में सबसे अधिक गिरावट
मार्च में 22 से 28 तक सबसे अधिक पेट्रोल व डीजल की बिक्री में गिरावट देखी गई। केवल इंडियन ऑयल के पेट्रोल के आंकड़े देखें तो पटना में वर्ष 2019 में 1160 किलो लीटर की खपत थी, जो 2020 में 515 तक पहुंच गई। पूरे बिहार में पेट्रोल 2019 में 12095 किलो लीटर, वर्ष 2020 में 7154 किलो लीटर की खपत हुई। डीजल के आंकड़ों में पटना में वर्ष 2019 में 2279 किलो लीटर, वर्ष 2020 में 730 किलो लीटर की ही बिक्री हुई। पूरे बिहार में 2019 में 24322 किलो लीटर, जबकि 2020 में 14755 किलो लीटर की खपत हुई। इंडियन ऑयल की परियोजना पदाधिकारी वीणा कुमारी ने बताया कि देश में लॉकडाउन के कारण केवल अतिआवश्यक वाहन ही चलते हैं। इसके निर्बाध परिचालन के लिए सभी पेट्रोल पंप कार्यरत हैं।