Bihar Police: हर दिन 6500 लोगों तक पहुंच रही Dial-112 की मदद, रिस्पॉन्स टाइम घटकर हुआ साढ़े 14 मिनट
डायल-112 सेवा आपातकालीन मदद पहुंचाने में तेजी से सुधार कर रही है। पिछले तीन वर्षों में 43 लाख से अधिक लोगों को सहायता मिली और प्रतिक्रिया समय घटकर 14.5 मिनट हो गया है। सबसे अधिक शिकायतें विधि-व्यवस्था और घरेलू हिंसा से संबंधित हैं। सुरक्षित सफर सुविधा से 200 महिलाओं को लाभ हुआ है और सेवा का विस्तार किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, पटना। पुलिस, अग्निशमन, एंबुलेंस जैसी आपातकाल सेवा के लिए जारी डायल-112 हर दिन 6500 लोगों तक अपनी मदद पहुंचा रहा है। पिछले तीन सालों में 43 लाख से अधिक, जबकि इस साल अब तक आठ लाख नागरिकों को आपातकॉलीन सेवा पहुंचाई गई है।
सेवा की शुरुआत में डायल-112 की मदद पहुंचने का औसत रिस्पांस टाइम डेढ़ घंटे था जो अब घटकर महज साढ़े 14 मिनट रह गया है। पुलिस मुख्यालय में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में एडीजी (संचार एवं तकनीकी सेवा) निर्मल कुमार आजाद ने यह जानकारी दी।
एडीजी ने बताया कि डायल-112 की क्षमता और बढ़ाई जाएगी। इसके लिए बलों की स्वीकृति हो चुकी है। प्रशिक्षण के बाद नए पुलिसकर्मी मिलेंगे। वर्तमान में डायल-112 के एक वाहन पर ड्राइवर के अलावा तीन से चार लोग होते हैं।
इसके अलावा, लोकेशन आधारित सिस्टम को अधिक सटीक बनाने के लिए मोबाइल फोन सेवा प्रदान करने वाले सेवा प्रोवाइडर से भी पूरे मामले की जानकारी दी गई है। जल्द ही उनके स्तर से तकनीकी तौर पर इस व्यवस्था को सशक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव को लेकर भी पुलिस की संचार व्यवस्था को सृदृढ़ किया जा रहा है।
विधि-व्यवस्था की सर्वाधिक शिकायतें, घरेलू हिंसा दूसरे नंबर पर:
डायल-112 पर सर्वाधिक 50 प्रतिशत से अधिक शिकायतें विधि-व्यवस्था से जुड़ी आ रही हैं, जबकि घरेलू हिंसा और महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराध के मामले दूसरे नंबर पर है। इस साल आने वाली आठ लाख शिकायतों में छह लाख कॉल सामान्य विधि-व्यवस्था से जुड़े आए थे।
वहीं एक लाख मामले घरेलू एवं लैंगिक हिंसा से जुड़े आए। इसके अलावा एंबुलेंस के लिए 45 हजार और अग्निशमन मदद के लिए 33 हजार कॉल कर मदद मांगी गई।
200 महिलाओं ने लिया सुरक्षित सफर सुविधा का लाभ
एडीजी आजाद ने बताया कि पांच सितंबर 2024 को लॉन्च की गई सुरक्षित सफर सुविधा का लाभ अभी तक करीब 200 महिलाओं ने लिया है। इसमें यात्रा के दौरान महिलाओं को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही डायल-112 के शत प्रतिशत लोगों से फीडबैक लेने की व्यवस्था की जाएगी। अभी 10-15 प्रतिशत ही फीडबैक मिल पा रहा है, जिसमें 95 प्रतिशत लोग सेवा से संतुष्ट मिले हैं।
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