जीएसटी में बदलाव से बिहार को मिलेगा ज्यादा लाभ, GST सुधार विषय पर बोले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि जीएसटी दर में कमी से खपत बढ़ेगी और राजस्व नुकसान की भरपाई होगी। बिहार को इससे अधिक लाभ मिलेगा। चैंबर अध्यक्ष सुभाष पटवारी ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया जिससे वस्तुएं सस्ती होंगी और जीवन आसान होगा। दीघा विधायक संजीव चौरसिया ने सुधारों को निचले स्तर तक पहुंचाने पर बल दिया। पूर्व अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने इसे स्वागत योग्य कदम कहा।

जागरण संवाददाता, पटना। जीएसटी दर कम होने से खपत बढ़ेगी। इससे सरकार को होने वाली राजस्व हानि की भरपाई आने वाले समय में हो पाएगी। बिहार एक उपभोक्ता राज्य है, इसलिए बदलाव का ज्यादा लाभ मिलेगा। ये बातें उपमुख्यमंत्री सह वित्त एवं वाणिज्य मंत्री सम्राट चौधरी ने कहीं।
वे मंगलवार को बिहार चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से "अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार" पर एक इंटरैक्टिव सेशन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जीएसटी की दर में परिवर्तन एवं बीमा में जीएसटी को समाप्त करना मेरे लिए बड़ी जिम्मेदारी थी, लेकिन सब के सहयोग से उसे पूरा किया।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के स्तर से आधारभूत संरचना को बेहतर बनाने में लंबा समय लगता है, इसलिए आने वाले समय में इसे पीपीपी मोड में यह कार्य होगा।
चैंबर अध्यक्ष सुभाष पटवारी ने जीएसटी में केवल दो स्लैब किए जाने को भारत सरकार का ऐतिहासिक और संतुलित कदम बताया। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों के उपयोग में आने वाली वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी, जिससे उनको बहुत राहत मिलेगी।
यह निर्णय लोगों के जीवनयापन को आसान बनाएगा साथ ही आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को गति प्रदान करेगा। दीघा विधायक डा. संजीव चौरसिया ने जीएसटी में सुधार को निचले स्तर तक पहुंचाए जाने पर बल दिया।
चैंबर के पूर्व अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने कहा कि 40 वर्षों के बाद इतने बड़े पैमाने पर टैक्स में सुधार स्वागतयोग्य कदम है। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष आशीष शंकर, महामंत्री पशुपति नाथ पांडेय, पूर्व उपाध्यक्ष मुकेश जैन एवं एनके ठाकुर, विशाल टेकरीवाल, राजेश जैन, सुनील सराफ, बिनोद कुमार, विकास कुमार, अखिलेश कुमार, एकेपी सिन्हा, आशीष प्रसाद, अजय गुप्ता, अशोक कुमार एवं अन्य सम्मानित सदस्य सम्मिलित हुए।
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