बिहार में होगी नेत्रहीनों की जनगणना! डॉक्टरों ने रखी कई और मांगें
बिहार दृष्टिबाधित परिषद ने हेलेन केलर की जयंती मनाई और राज्य में नेत्रहीन लोगों की जनगणना कराने की मांग की। परिषद के महासचिव डॉ. नवल किशोर शर्मा ने सरकार से ब्रेल प्रेस व पुस्तकालय स्थापित करने विशेष शिक्षकों की नियुक्ति करने का भी आग्रह किया। समारोह में उमंग स्मारिका का विमोचन किया गया और कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार दृष्टिबाधित परिषद ने कदमकुआं स्थित बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन में हेलेन एडम्स केलर की जयंती मनाई। परिषद के संस्थापक महासचिव व दृष्टिबाधित दिव्यांग डॉ. नवल किशोर शर्मा ने हेलेन केलर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की तथा सरकार से मांग की कि बिहार में नेत्रहीन लोगों की जनगणना कराई जाए।
पटना में लुई ब्रेल की प्रतिमा स्थापित की जाए, ब्रेल प्रेस व ब्रेल पुस्तकालय की स्थापना की जाए, दृष्टिबाधित विद्यालयों में अविलंब विशेष शिक्षक व कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए तथा दिव्यांग आयुक्त के पद पर इस क्षेत्र के अनुभवी दिव्यांग व्यक्ति की नियुक्ति की जाए।
बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने कहा कि हेलेन केलर दृष्टिबाधित व मूकबधिर लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। समारोह के मुख्य अतिथि व पटना उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि हर दिव्यांग व्यक्ति को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार का काम है।
न्यायमूर्ति प्रसाद ने प्रकाशित स्मारिका "उमंग" का विमोचन भी किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ दिवाकर तेजस्वी, परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष रामलाल खेतान, पटना कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रघुनंदन शर्मा, अशोक कुमार सिंह, रवींद्र कुमार सिंह, दिव्यांग मंच के सचिव सचिन कुमार, जूली कुमारी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
समारोह का संचालन जाने-माने दिव्यांग युवा और बिहार विकलांग अधिकार मंच के सचिव राकेश कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन रघुनाथ प्रसाद सिंह ने किया।
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