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    शातिरों ने बिहार पुलिस के DG प्रशिक्षण आलोक राज का बनाया फेक फेसबुक अकाउंट, मांग रहे पैसे

    By Akshay PandeyEdited By:
    Updated: Tue, 16 Feb 2021 08:57 PM (IST)

    बिहार पुलिस के डीजी प्रशिक्षण आलोक राज का फेक फेसबुक अकाउंट बना कर पैसा मांगने का मामला सामने आया है। आलोक राज ने आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) में इसकी शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद साइबर सेल इसकी जांच में जुट गया है।

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    बिहार पुलिस के डीजी प्रशिक्षण आलोक राज। जागरण आर्काइव।

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस के डीजी प्रशिक्षण आलोक राज का फेक फेसबुक अकाउंट बना कर पैसा मांगने का मामला सामने आया है। डीजी प्रशिक्षण आलोक राज ने खुद अपने वास्तविक फेसबुक एकाउंट पर मैसेज पोस्ट कर इसकी पुष्टि की है। उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) में इसकी शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद साइबर सेल इसकी जांच में जुट गया है। डीजी को उन्हीं के एक मित्र ने फोनकर फेक फेसबुक आइडी से पैसे मांगने की जानकारी दी तब उन्हें मामले का पता चला।

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    फोनकर दी फेक फेसबुक अकाउंट की जानकारी

    बिहार पुलिस के डीजी प्रशिक्षण आलोक राज ने बताया कि सुबह एक मित्र से मेरे फेक फेसबुक अकाउंट की जानकारी मिली। मेरे फेक एकाउंट बनाने के बाद साइबर फ्रॉड ने मैसेंजर के माध्यम से पैसे की मांग की। इसके बाद उनको शक हुआ और मुझे फ़ोन करके जानकारी दी। डीजी ने बताया कि उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई के डीआइजी से बात भी की है। उम्मीद है, जल्द की साइबर अपराधी पकड़ा जाएगा। 

    सीनियर आइपीएस का भी बना लिया था फेक अकॉउंट

    मालूम हो कि इसके पहले सीनियर आइपीएस और अभी मगध रेंज के आइजी अमित लोढ़ा का भी साइबर अपराधियों ने पिछले दिनों फेक अकाउंट बना लिया था और दोस्तों से पैसे के मांग की थी। कार्रवाई के बाद फ्रॉड ने फेसबुक एकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया था। 

    शातिरों के लिए आसान जरिया बना फेसबुक

    बताते चलें कि इन दिनों साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं। शातिरों के लिए इसका सबसे आसान जरिया फेसबुक बन गया है। किसी का फेक फेसबुक अकाउंट बनाकर अपराधी पैसे मांगने लगते हैं। इसके पहले कि ये पता चले कि अकाउंट फेक है यूजर शातिर को अपना समझकर पैसे दे चुका होता है। बाद में पता चलता है कि ठगी का शिकार हो गए हैं। कई मामले ऐसे सामने आ रहे हैं जहां साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी ठग लिया गया पैसा वापस नहीं आता।