सीपीआइ विधायक ने कहा, मुख्यमंत्री की सभा में आमंत्रित कर किया गया अपमानित, बताया यह कारण
समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) के तहत शनिवार को बेगूसराय में आयोजित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की सभा में बखरी के सीपीआइ विधायक सूर्यकांत पासवान (CPI MLA Suryakant Paswan) की उपेक्षा के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
बखरी (बेगूसराय), संवाद सहयोगी। समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) के तहत शनिवार को बेगूसराय में आयोजित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की सभा में बखरी के सीपीआइ विधायक सूर्यकांत पासवान (CPI MLA Suryakant Paswan) ने उपेक्षा और अपमानित किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि वे दलित समाज से आते हैं साथ ही विपक्ष के विधायक हैं, इसलिए मुख्यमंत्री के समाज सुधार अभियान के दौरान उन्हें अपमानित किया गया। रविवार को सीपीआइ विधायक सूर्यकांत पासवान ने प्रेस बयान जारी कर ये बातें कहीं है।
आमंत्रित किए जाने पर गया था सीएम के कार्यक्रम में
विधायक के बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में उन्हें सरकार और प्रशासन की ओर से आमंत्रित किया गया था, इसलिए वे कार्यक्रम में गए थ। मुख्यमंत्री के सामने बेगूसराय जिला की ज्वलंत समस्याओं को उठाने की मंशा थी। वहां बुलाकर पहले तो मुझे पीछे बिठा दिया गया, फिर भी मैं चुपचाप रहा कि बेगूसराय की समस्याओं को उठाने के लिए अगर पीछे भी बैठना पड़े तो कोई बात नहीं। विधायक ने कहा है कि धीरे-धीरे महसूस किया कि दलित समाज का होने और विपक्ष का विधायक होने के कारण उनकी उपेक्षा की जा रही है। यहां तक कि नाम भी गलत संबोधित किया गया। यही नहीं, बिहार सरकार की प्रेस विज्ञप्ति में भी नाम गलत प्रकाशित किया गया है।
एनडीए सरकार में दलित समाज को नहीं मिलता सम्मान
विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मेरा अपमान दरअसल बखरी विधानसभा की तीन लाख जनता का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की एनडीए की नीतीश सरकार में दलित समाज और इस वर्ग के जनप्रतिनिधियों को उचित सम्मान के लायक नहीं समझा जाता है। उन्होंने कहा कि बेगूसराय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में मेरे साथ किया गया व्यवहार एनडीए सरकार के दलित विरोधी होने का प्रमाण है। बखरी विधानसभा क्षेत्र की जनता उचित समय पर इसका जवाब देगी।