Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Corona in Bihar: बिहार में पैर पसार रहा कोरोना, पटना में 10 दिन में मिले 46 कोविड संक्रमित; 32 सक्रिय केस

    By Vyas ChandraEdited By: Roma Ragini
    Updated: Wed, 05 Apr 2023 09:55 AM (IST)

    Corona in Bihar बिहार में मंगलवार को कोरोना के नौ केस मिले हैं। वहीं पटना जिले में सात कोरोना संक्रमित मिले हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से मास्क पहनने की अपील की है। इसके साथ डरने को नहीं कहा है।

    Hero Image
    पटना में 10 दिन में मिले 46 कोरोना संक्रमित

    पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना के मामले एक बार फिर सामने आने लगे हैं। नए वैरिएंट एक्सबीबी 1.16 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। राजधानी में 10 दिनों में 46 मामले मिले हैं। राज्य में मंगलवार को कोरोना के नौ नए मामलों की पुष्टि हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पटना जिले में सात कोरोना संक्रमित मिले हैं। यहां संक्रमण दर 0.16 प्रतिशत है। इनमें से 14 मरीजों ने संक्रमण को मात दे दी है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर भयभीत न हों, सावधानी रखें और मास्क का उपयोग करें।

    स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के मामले में बिहार का स्थान अभी देश में 20वां है। कोरोना के नए मामले में देश में पहले स्थान पर केरल है। दूसरे नंबर पर हिमाचल प्रदेश और तीसरे पायदान पर दिल्ली है।

    डीएम ने दिए ऑक्सीजन प्लांट दुरुस्त रखने के निर्देश

    पटना में वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या 32 है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सिविल सर्जन को ऑक्सीजन प्लांट और उससे जुड़े उपकरणों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिलावासियों से अपील की है कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। हालांकि, नए वैरिएंट को देखते हुए सतर्कता जरूरी है।

    सिविल सर्जन को दिए गए निर्देश में कोरोना को देखते हुए सभी पीएसए (प्रेशर स्विंग एडजार्ब्शन) ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट और उससे जुड़े उपकरणों को चालू रखने का निर्देश दिए हैं। प्लांट से जुड़े इंजीनियरों के नंबर सभी अस्पताल प्रबंधक और टेक्निशियन के पास हैं। कहीं भी तकनीकी गड़बड़ी होने पर तुरंत उन्हें सूचित करें। इसकी सूचना जिला एवं राज्य स्वास्थ्य समिति को भी दी जाए।

    डीएम ने कहा है कि सिविल सर्जन और जिला कार्यक्रम प्रबंधक सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और अस्पताल प्रबंधक को निर्देश दें कि वे स्वयं जाकर पीएसए प्लांट को चलवाकर देख लें। इसके साथ ही मेडिकल गैस पाइपलाइन को भी चालू अवस्था में रखना है।