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    पटना विश्‍वविद्यालय के प्रतिष्ठित कालेज में नए प्राचार्य के नाम पर विवाद, कुलपति पर लगाया झूठ बोलने का आरोप

    By Shubh Narayan PathakEdited By:
    Updated: Wed, 01 Dec 2021 04:09 PM (IST)

    पटना विश्‍वविद्यालय के प्रतिष्ठित कालेज में प्राचार्य की नियुक्ति में विवाद जूनियर को मिला चार्ज प्रो. बीणा रानी ने कुलपति पर गलतबयानी का लगाया आरोप स ...और पढ़ें

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    पटना विश्‍वविद्यालय में नए प्राचार्य के नाम पर विवाद। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    पटना, जागरण संवाददाता। पटना विश्वविद्यालय के मगध महिला कालेज में नई प्राचार्य डा. नमिता कुमारी की नियुक्ति का नोटिफिकेशन मंगलवार की शाम जारी किया गया। इस पद पर जूनियर की नियुक्ति होने पर शिक्षकों ने विरोध जताया है। पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (पूटा) के पदाधिकारियों ने नियुक्ति को नियम के विरुद्ध बताया है। पूटा की कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. शेफाली राय और महासचिव प्रो. अभय कुमार ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय में सीनियर को ही प्रोफेसर इंचार्ज (प्राचार्य) बनाया जाता है। केमिस्ट्री विभाग की अध्यक्ष प्रो. बीणा रानी सबसे सीनियर हैं। नियमत: प्राचार्य उन्हें बनाया जाना चाहिए। यदि वह इन्कार करती हैं तो उनके बाद जो सीनियर हैं, उन्हें इंचार्ज बनाया जा सकता है। इसे लेकर पूटा का प्रतिनिधि कुलपति से मिलेगा।

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    कुलपति कार्यालय पर भ्रम फैलाने का आरोप

    प्रो. बीणा रानी ने बताया कि कुलपति कार्यालय से बताया जा रहा है कि उन्होंने मगध महिला कालेज की प्राचार्या बनने से इन्कार कर दिया है। यह पूरी तरह से निराधार है। 17 नवंबर, 2021 को कुलपति कार्यालय को पत्र के माध्यम से अपनी इच्छा बताई थी। पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि मुझे मगध महिला कालेज में स्थानांतरित कर दिया जाए। वह मीडिया से पत्र की प्रति भी साझा कीं। इस संबंध में कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यूजी में स्थानांतरण के लिए पत्र मिला है।

    प्रो. विभा रानी ने जो पत्र साझा किया है, उसमें मगध महिला में प्रोफेसर इंचार्ज बनाए जाने की चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि वह इस निर्णय के विरोध में कुलाधिपति कार्यालय से शिकायत करेंगी। जरूरत पड़ी तो न्यायालय से भी गुहार लगाएंगी। मगध महिला की प्राचार्य प्रो. शशि शर्मा मंगलवार को रिटायर्ड हो गईं। अंग्रेजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. शिवजतन ठाकुर ने कहा कि प्रो. शशि शर्मा सहित पटना विश्वविद्यालय के सभी कालेजों के प्राचार्य विभागाध्यक्ष रहने के बाद ही संबंधित कालेजों के प्राचार्य बने हैं। सीनियरिटी की अवहेलना शिक्षक और विश्वविद्यालय किसी के हित में नहीं है।

    कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने बताया कि प्रो. बीणा रानी केमिस्ट्री विभाग की अध्यक्ष हैं। यह प्राचार्य से सीनियर पद होता है। मगध महिला कालेज से विभाग में ट्रांसफर करने के दौरान उनसे इच्छा पूछी गई थी। मगध महिला कालेज में फिलहाल सबसे सीनियर शिक्षिका डा. नमिता कुमारी है। इस लिए उन्हें प्रोफेसर इंचार्ज बनाया गया है।

    इधर, पटना विवि के पूर्व कुलपति प्रो. रास बिहारी प्रसाद सिंह ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय में सीनियरिटी को महत्व दिया जाता रहा है। 50 से अधिक वर्षों से सीनियर अपनी इच्छा से संबंधित कालेज के प्रोफेसर इंचार्ज (प्राचार्य) बनते आए हैं। कई प्राचार्य तो सीनियरिटी के कारण कुछ माह के लिए ही प्राचार्य रहे। जूनियर को प्रोफेसर इंचार्ज बनाने का फैसला गलत और दुखद है। इस पर दोबारा विचार करना चाहिए।