बिहार में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर सियासी बवाल! कांग्रेस ने नीतीश-चिराग से पूछा- विधेयक पर वे किसके साथ
Wakf Board Amendment Bill Politics कांग्रेस ने राज्यसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से सवाल पूछा है। पार्टी का आरोप है कि भाजपा वक्फ बोर्ड को बर्बाद करने की मंशा से दुष्प्रचार कर रही है। कांग्रेस नेता नासिर हुसैन ने कहा कि नरेन्द्र मोदी का एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics : राज्यसभा में कांग्रेस के सचेतक डॉ. नासिर हुसैन ने रविवार को पटना में प्रेस-वार्ता कर वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से पूछा कि वे बताएं कि इस मुद्दे पर किसके साथ हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह की उपस्थिति में नासिर ने आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड को बर्बाद करने की मंशा से भाजपा दुष्प्रचार कर रही है। संविधान ने जो समानता का अधिकार दिया है, भाजपा उसको बर्बाद करने पर तुली है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी का एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। न किसानों की आय दोगुनी हुई, न नौकरियां मिलीं, न आवास। मोदी की अलोकतांत्रिक व जन-विरोधी नीतियों की कांग्रेस सदैव आलोचना करती रहेगी।
मुद्दे पर गठित जेपीसी के सदस्य हैं नासिर
उल्लेखनीय है कि नासिर इस मुद्दे पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्य भी हैं। बिहार में कुव्यवस्था, अपराध, भ्रष्टाचार को बोलबाला बताते हुए नासिर ने पूछा कि सरकार बचाने के लिए पलटी मारने में माहिर नीतीश बताएं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कब मिलेगा।
बौद्धिक विमर्श करते हैं राहुल गांधी: नासिर
नासिर ने कहा कि राहुल गांधी बौद्धिक विमर्श करते हैं तो, उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर भाजपा देश में गलतबयानी पर उतर आती है। मोदी दरअसल राहुल की लोकप्रियता से घबराए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले और माफीनामा लिखने वाले लोगों से कांग्रेस को देशभक्ति की सीख नहीं लेनी। स्वतंत्रता संघर्ष से लेकर आज तक कांग्रेस का इतिहास भारत-प्रेम, सर्वधम समभाव और राष्ट्रवाद से ओत-प्रोत है।
कांग्रेस भी अब चुप नहीं बैठेगी: नासिर
कांग्रेस नेता नासिर ने कहा कि भाजपा दुष्प्रचार से बाज आए, अन्यथा कांग्रेस भी अब चुप नहीं बैठेगी। हमें जैसे को तैसा वाले अंदाज में भी निपटना आता है।
प्रेस-वार्ता में डॉ. शकील अहमद खान, डॉ. मदन मोहन झा, ब्रजेश पांडेय, ब्रजेश प्रसाद मुनन, आनंद माधव, कपिलदेव प्रसाद यादव, लालबाबू लाल, ज्ञान रंजन आदि उपस्थित रहे।