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सीएम नीतीश बोले- UPSC और बीपीएससी की तैयारी के लिए सरकार करती है आर्थिक मदद, अति पिछड़ा छात्रावास के लेकर कही ये बात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमारन ने कहा है कि पहले बिहार में पहले केवल तीन अति पिछड़ा छात्रावास थे लेकिन हमारी सरकार आने के बाद अब इस दिशा में तेजी से काम हुआ है।अनुसूचित जाति जनजाति एवं अतिपिछड़ा वर्ग के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के भी बारे में उन्होंने जानकारी दी।

By Rahul KumarEdited By: Published: Wed, 20 Jul 2022 06:43 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jul 2022 06:43 AM (IST)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, पटना। पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों के कार्यकाल के पहले बिहार में अति पिछड़ा वर्ग छात्रावासों की संख्या केवल तीन थी। हमलोगों ने इस काम को आगे बढ़ाया। आज नौ छात्रावासों का शिलान्यास हुआ है और उन्हें यह बताया गया है कि 23 छात्रावासों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। वहीं छह छात्रावासों का निर्माण कार्य एक साल के अंदर पूरा हो जाएगा।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त नौ अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू विद्यालय के निर्माण का शिलान्यास भी किया गया है।  शेष बचे कन्या आवासीय प्लस टू विद्यालय के निर्माण की विभागीय स्तर पर तैयारी चल रही है। इसका निर्माण कार्य भी अगले दो साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य पिछड़ा आवासीय विद्यालय के निर्माण का तेजी से हो। काम तेजी से होगा तो पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। सब लोग पढ़े और आगे बढ़ें इसी को ध्यान में रख यह काम किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में उनकी सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अतिपिछड़ा वर्ग के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना शुरू की। इन वर्ग के अभ्यर्थियों को बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर अंतिम परीक्षा की तैयारी के लिए 50 हजार की प्रोत्साहन राशि और संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर एक लाख रुपए की सहायता की व्यवस्था की गई। बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले 3118 तथा संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले 82 अनुसूचित जाति-जनजाति के अभ्यर्थी इसका लाभ ले चुके हैं। वहीं अति पिछड़ा वर्ग के 4301 अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर तथा 113 अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर इसका लाभ लिया है। अति पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रबंधन की पढ़ाई की तैयारी को ले सीआइएमपी तथा कानून की पढ़ाई के बड़े कालेजों में नामांकन के लिए सीएनएलयू में व्यवस्था का भी मुख्यमंत्री ने आरंभ किया।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन तथा पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने भी अपने विचार रखे। 

बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष संदीप आर पुडकलकट्टïी व मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी गोपाल सिंह भी मौजूद थे।


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