विपक्ष के समानांतर बिहार विधानसभा सत्र में CM नीतीश बर्खास्त; विधान परिषद में हंगामा, मारपीट होने से बची
बिहार विधानसभा की ही तरह बिहार विधान परिषद में भी मारपीट होते-होते बची। विपक्ष ने विधानसभा का बहिष्कार करते हुए अपना समानांतर विधानसभा सत्र चला कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बर्खास्त कर दिया। बिहार विधानमंडल बजट सत्र के अंतिम दिन के घटनाक्रम को जानिए इस खबर में।
पटना, स्टेट ब्यूरो। Bihar Assembly Budget Session बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) ने प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को उनके पद से बर्खास्त कर दिया है। बुधवार को विधानसभा परिसर में कुछ अनोखा नजारा देखने मे आया। विपक्ष (Opposition) ने विधानसभा परिसर के मैदान में समानांतर विधानसभा का सत्र बुलाया, फिर सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भूदेव चौधरी (Bhudeo Chaudhary) को विधानसभा अध्यक्ष (Speaker) नियुक्त कर दिया। आगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को भी बर्खास्त कर दिया। इस बीच विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में भी बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक तथा मंगलवार को विधानसभा में हुई घटना के विरोध में भारी हंगामा हुआ। विधान परिषद में मुख्यमंत्री को चूडि़यां दिखाईं गईं। इस दौरान सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच मारपीट की भी नौबत आ गई।
बिहार विधानसभा में हंगामा के बाद माहौल गर्म
बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को भारी हंगामा हुआ। सशस्त्र पुलिस बल विधेयक के विरोध विधानसभा रणक्षेत्र में बदल गया। उत्पात पर उतरे विधायकों को बाहर से पहुंची पुलिस ने घसीट-घसीटकर बाहर निकाला। विपक्ष की गैर मौजूदगी में सदन में सशसत्र पुलिस बल विधेयक परित हो गया। इसके बाद सरकार विधेयक को आज विधान परिषद में पारित कराने की कोशिश कर रही है। विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। माहौल गर्म है।
विपक्ष के सदन के बाहर लगाया समानान्तर सत्र
विधानसभा के सत्र के अंतिम दिन विपक्षी विधायकों ने सदन का बहिष्कार कर परिसर में ही बाहर समानान्तर सत्र चलाया। सबसे पहले आरजेडी के भूदेव चौधरी को अपना विधानसभा अध्यक्ष चुना, फिर विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर सदन की कार्यवाही शुरू कर दी। इस दौरान वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। इसके बाद मंगलवार को पक्ष-विपक्ष के बीच हुए हंगामे पर चर्चा शुरू हुई। कांग्रेस , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी के साथ आरजेडी विधायकों ने मंगलवार को हुई घटना पर अपने-अपने पक्ष रखे।
विपक्ष के समानांतर सत्र में CM नीतीश बर्खास्त
विधायकों ने माना कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर विधानसभा के अंदर पुलिस का प्रवेश हुआ। लोकतंत्र की मर्यादा को ताक पर रखकर विपक्ष के विधायकों व महिला विधायकों को लात-जूतों से पीटा गया। उन्हें पुलिस की मदद लेकर टांग कर विधानसभा के बाहर फिंकवाया गया। विधानसभा के समानान्तर सत्र में घटना की सभी ने कड़े शब्दों की निंदा की गई तथा इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोषी मानते हुए उन्हें बर्खास्त करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
विधानसभा सत्र में उपसभापति चुने गए हजारी
उधर, बिहार विधानसभा में विपक्ष की अनुपस्थिति में जनता दल यूनाइटेड के महेश्वर हजारी नए उपाध्यक्ष चुने गए। विपक्ष के सदन के बहिष्कार के कारण आरजेडी प्रत्याशी भूदेव चौधरी को एक भी मत नहीं मिला।
हंगामे के बीच बिहार पुलिस विधेयक पारित
बिहार विधान परिषद में भी बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक को लेकर हंगामा होता रहा। भारी हंगामे के बीच बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक समेत आधा दर्जन विधेयक पास हो गए। इसके बाद सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
तू-तू मैं-मैं के बीच मारपीट तक की आ गई नौबत
विधान परिषद में अपराह्न काल में बिहार सशस्त्र पुलिस विधेयक पेश किया गया। इस दौरान एमएलसी सुबोध कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चूड़ी दिखा पहनने को कहा। इसपर हंगामा होने लगा। मुख्यंमत्री नीतीश कुमार के सामने ही सदन में संजय सिंह और सुबोध कुमार के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई। इस दौरान आपत्तिजनक शब्दों का भी प्रयोग किया गया। बात हाथापाई तक पहुंच गई, लेकिन एमएलसी दिलीप जायसवाल और संजीव कुमार सिंह ने ऐन मौके पर बीच-बचाव किया। विपक्ष ने सदन से वॉक-आउट किया। इसके बाद सत्ता पक्ष ने बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक सहित आधा दर्जन विधेयक पास कराए।
विधानसभा के बाहर पुलिस की भारी तैनाती
इसके पहले सुबह में विधानमंडल परिसर में विपक्षी विधायक आंखों पर पट्टी बांधकर सरकार व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ प्रदर्शन करते दिखे। वे हाथों में तख्तियां लिए थे, , जिनपर नीतीश कुमार पर तानाशाही के आरोप लगाते नारे लिखे थे। हंगामे की आशंका देखते हुए सुबह से ही बिहार विधानमंडल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील दिखा।