पटना में गंगा खतरे के निशान से 27 सेंटी मीटर दूर, CM नीतीश कुमार ने लिया स्थिति का जायजा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुए जेपी सेतु पहुंचे और गंगा नदी के जलस्तर का जायजा लिया।मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देख जानकारी ली और अधिकारियों को बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह अलर्ट रहने और तैयारी रखने के निर्देश दिए।

राज्य ब्यूरो, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुए जेपी सेतु पहुंचे और गंगा नदी के जलस्तर का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह अलर्ट रहें और सारी तैयारी पूर्ण रखें।
भ्रमण के दौरान वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ एवं जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह मौजूद थे।
पटना में गंगा खतरे के निशान से 27 सेंटी मीटर दूर
जागरण संवाददाता, पटना: पटना में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 27 सेंटीमीटर दूर रह गया है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार मनेर, दानापुर, दीघा, गांधी घाट, फतुहा और हाथीदह में जलस्तर बढ़ रहा है।
अगले 24 घंटे में गंगा खतरे के निशान को पार कर सकती है। गंगा के दियारा क्षेत्र में बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर मवेशी रखने की सलाह दी गयी है।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर 48.33 मीटर रिकॉर्ड किया गया। गांधी घाट पर खतरे का निशान 48.60 मीटर निर्धारित है। पटना जिले के अन्य घाटों पर जलस्तर खतरे के निशान से औसत एक मीटर नीचे है।
उफनाई गंगा में नाव पर क्षमता से अधिक सवारी
पटना में गंगा उफान पर है। नकदा दियारा और दीघा घाट के बीच उफनाई गंगा में नाव पर क्षमता से अधिक सवारी बैठाई जा रही है।
उधर, कोइलवर और मनेर से बालू लदी नावें भी आ रही हैं। बुधवार को दीघा घाट के सामने ही बीच गंगा में बालू लदा नाव और सवारी नाव आमने सामने आ गयी।
नाव फंसने का खतरा
दियारा क्षेत्र में पानी भरने के कारण झाड़ी पानी में डूब गए हैं। नाव में झाड़ी और घास फंसने से दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है। हाल यह कि देर रात तक पटना से नकटा दियारा के बीच नाव परिचालन बेरोकटोक जारी है।
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