योगी से एक कदम आगे निकले CM नीतीश! बिहार में 'बुलडोजर पुलिस' का होने जा रहा गठन; होगा ताबड़तोड़ एक्शन
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक कदम आगे निकल गए हैं। दरअसल उन्होंने अतिक्रमण हटाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी पटना में अतिक्रमण की समस्या से निबटने के लिए अब स्थायी पुलिस बल होगा। यह स्थायी बल जिला प्रशासन और पटना नगर निगम को अतिक्रमण हटाने में सहयोग करेगा। इसके लिए गृह विभाग ने 153 पदों की स्वीकृति दी है।
इसमें तीन डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर, नौ दारोगा, 18 सहायक पुलिस अवर निरीक्षक (एएसआइ) और 120 सिपाही शामिल हैं।
विभागीय जानकारी के अनुसार, पटना को तीन जोन पटना मध्य, पटना पूर्वी और पटना पश्चिमी में बांटकर पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। इससे जुड़ा प्रस्ताव पटना के डीएम ने भेजा था। प्रत्येक जोन की कमान संबंधित सिटी एसपी के पास होगी। हर जोन में डीएसपी समेत 51 पुलिसकर्मी हाेंगे।
कैबिनेट और वित्त विभाग की मिली सहमति
इनमें एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, तीन दारोगा, छह एएसआइ और 40 सिपाही होंगे। इस प्रस्ताव पर कैबिनेट और वित्त विभाग की सहमति भी मिल गई है।
दरअसल, पटना शहर की आबादी तेजी से बढ़ी है। राजधानी होने के कारण बड़ी आबादी रोज आसपास के इलाकों से भी शहर में आती है। इसके बीच फुटपाथी दुकानों और अतिक्रमण के कारण अव्यवस्था की िस्थति हो जाती है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, पर्व-त्योहार, प्रोटोकाल, परीक्षा, राजनैतिक कार्यक्रम, धरना-प्रदर्शन आदि में जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन के नियमित बल के व्यस्त हो जाने से शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान नियमित नहीं चल पाता।
इस टूट का लाभ अतिक्रमणकारी और अव्यवस्था फैलाने वाले तत्वों को मिलता है। ऐसे में पटना नगर निगम, स्थानीय नगर परिषद, जिला प्रशासन और पुलिस बलों की एकीकृत टीम बनाकर लगातार अभियान चलाने की तैयारी है।
इन तीन जोन में बंटेगा शहर
- पटना मध्य : बांकीपुर, नूतन राजधानी और पाटलिपुत्र अंचल।
- पटना पूर्वी : कंकड़बाग, अजीमाबाद और पटना सिटी अंचल।
- पटना पश्चिमी : दानापुर, फुलवारीशरीफ और खगौल नगर परिषद।
कुर्की करने पहुंची पुलिस ने आरोपित को किया गिरफ्तार
चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम धूमरदेव में पुलिस ने छापेमारी कर कुर्की वारंट के एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित किशुन सिंह पिता गोकुल खरवार है।
इस संबंध में चैनपुर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद ने बताया कि पुराने लंबित कांड में किशुन सिंह लंबे समय से फरार था। जिसके ऊपर न्यायालय द्वारा कुर्की वारंट जारी किया गया था।
कुर्की जब्ती के लिए आरोपित के घर नोटिस चस्पा कर निर्धारित समय अवधि के अंदर न्यायालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया था। लेकिन वह निर्धारित समय अवधि में उपस्थित नहीं हुआ। ज
ब कुर्की जब्ती करने पुलिस पहुंची तो मौके पर ही आरोपित के द्वारा आत्मसमर्पण किया गया। जिसे गिरफ्तार कर चैनपुर थाना लाने के बाद मेडिकल जांच कराते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह भी पढ़ें-
बिहार के DGP ने बनाया धांसू प्लान; कांप उठेंगे बदमाश; एसपी को मिला ये ऑर्डर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।