भाजपा के बड़े नेता के बेटे को चिराग पासवान ने अपने पाले में लिया, पार्टी की आजीवन सदस्यता भी दी
जमुई सांसद चिराग पासवान के एनडीए में शामिल होने की चर्चा तेज है। उन्होंने हाल ही में बयान दिया था कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे। अब चिराग ने भाजपा के बड़े नेता विनोद नारायण झा के बेटे को अपने दल में शामिल करा लिया।

राज्य ब्यूरो, पटना : पार्टी के विस्तार में जुटे लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भाजपा के बड़े नेता विनोद नारायण झा के बेटे को अपने दल में शामिल करा लिया। गुरुवार को यहां आयोजित समारोह में चिराग ने डा. विभय कुमार झा को लोजपा की सदस्यता दिलाई। विभय ने कहा कि वे फर्स्ट बिहार मुहिम से प्रभावित होकर लोजपा से जुड़ रहे हैं। उन्होंने युवाओं से लोजपा को मजबूत करने की अपील की। उनके साथ कुछ और युवाओं ने लोजपा की सदस्यता ली। विभय भाजपा की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। वह अपने पिता विनोद नारायण झा को चुनावी प्रबंधन में भी मदद करते रहे हैं।
आजीवन सदस्यता
खास बात यह है कि विभय को चिराग ने आजीवन सदस्य के रूप में अपनी पार्टी में शामिल किया। सामान्य तौर पर यह सदस्यता उन्हीं को दी जाती है, जिनके बारे में यह विश्वास होता है कि कभी पार्टी से अलग नहीं होंगे। हालांकि लोजपा के मामले में यह मान्यता कायम नहीं रह पाई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जीते उसके छह में से पांच सांसदों ने अलग पार्टी बना ली। 2020 के विधानसभा चुनाव में जीते लोजपा के इकलौते विधायक राज कुमार सिंह जदयू में शामिल हो गए। फिर भी आजीवन सदस्य बनाया जा रहा है।
क्यों है महत्वपूर्ण
भाजपा के कद वाले नेता विनोद नारायण झा पर इन दिनों पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तीखी नजर है। दल में वे पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी के करीबी माने जाते हैं। मोदी की करीबी के कारण ही उन्हें 2020 में राज्य सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया। जुलाई 2017-नवंबर 2020 के बीच वे नीतीश कैबिनेट में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री थे। लेकिन, नवंबर 2020 में भाजपा-जदयू की साझा से सरकार से उन्हें सुशील मोदी की तरह ही बाहर रखा गया। विभय अपने पिता के विधानसभा क्षेत्र मधुबनी जिला के बेनीपट्टी से अगला चुनाव लड़ना चाहते हैं। लोजपा की सदस्यता लेने के साथ ही उनके चुनाव लड़ने की संभावना बढ़ गई है। क्योंकि विनोद नारायण झा के साथ भाजपा का जो रवैया है, उसे देखते हुए यह संभावना कम ही है कि अगली बार उन्हें उम्मीदवार बनाया जाए। विनोद नारायण झा 2010 और 2020 में इस क्षेत्र से भाजपा टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं।

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