Chirag Paswan: ...तो बगावत कर देंगे मोदी के हनुमान! चिराग ने किया 'मंत्री पद को लात मारने' का एलान; सियासी पारा हाई
Bihar Politics चिराग पासवान लोकसभा चुनाव के बाद से ही एनडीए की धुन से अलग राग अलाप रहे हैं। उनके बयानों में बगावती सुर सुनाई दे रहे हैं। आरक्षण लेटरल एंट्री जैसे मुद्दों पर एनडीए से अलग रुख रखने वाले चिराग ने कहा है कि अगर संविधान और आरक्षण से खिलवाड़ हुआ तो एक मिनट में मंत्रिपद को लात मार देंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रयासों के बावजूद लोजपा (रा.) के अध्यक्ष चिराग पासवान और रालोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के बीच का विवाद समाप्त होता नजर नहीं आ रहा है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान इन दिनों बिहार में हैं। वे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं। अपने कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। उन्हें भरोसा दे रहे हैं कि एनडीए में उपेक्षा हुई तो मंत्री पद छोड़ने में देरी नहीं होगी।
सोमवार को यहां आयोजित लोजपा के अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ की बैठक में चिराग ने दो टूक कहा कि वह अपनी और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान ने भी मंत्री पद छोड़ने में देरी नहीं की थी।
चाहे किसी भी गठबंधन में रहूं, किसी भी मंत्री पद पर रहूं, जिस दिन मुझे लगा कि संविधान और आरक्षण के साथ खिलवाड़ हो रहा है, मंत्री पद को लात मार दूंगा। जैसे मेरे पिता ने एक मिनट में मंत्री पद त्याग दिया था, उसी तरह एक मिनट में मंत्री पद त्याग दूंगा।- चिराग पासवान
चाचा को भी दिया चैलेंज- सभी सीटों पर लड़ लें चुनाव
इस यात्रा के दौरान चिराग की तल्खी अपने चाचा और रालोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के प्रति भी नजर आई। एक प्रश्न पूछा गया था कि पारस राज्य विधानसभा की सभी 243 सीटों पर लड़ने का दावा कर रहे हैं। चिराग ने कहा-लड़ लें। सभी सीटों पर लड़ लें।
भाजपा के साथ तालमेल गड़बड़ का डर
असल में चिराग को लग रहा है कि झारखंड विधानसभा के चुनाव में भाजपा उनकी पार्टी से तालमेल नहीं करेगी। उनके लिए बुरी सूचना यह है कि सांकेतिक रूप में ही सही झारखंड में भाजपा-जदयू के बीच समझौता होने जा रहा है।
चिराग ने कहा कि हम भाजपा से बातचीत का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी की झारखंड इकाई अगर स्वतंत्र ढंग से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव देती है तो, हम उस पर भी विचार करेंगे।
कहीं चाचा न बिगाड़ दें खेल
चिराग को ये सूचनाएं भी परेशान कर रही हैं कि केंद्र सरकार पशुपति कुमार पारस को महत्वपूर्ण पद देने जा रही है। पद मंत्री स्तर का होगा। अगर ऐसा होता है तो पारस का वजन बढ़ेगा।
पारस को पद मिलने से लाेजपा के मूल कार्यकर्ताओं के बीच संदेश जाएगा कि विधानसभा चुनाव के समय भी पारस को कुछ सीटें मिल सकती हैं। पारस को पद मिलने की संभावना के आधार पर ही उनके लोगों का मनोबल बढ़ गया है। चिराग निराश कार्यकर्ता उनके आसपास भीड़ बढ़ा रहे हैं।
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