Chirag Paswan: वैशाली सीट से वीणा देवी को क्यों मिला टिकट? चिराग को पहले मिल चुका है धोखा, आखिर क्या रही मजबूरी
Bihar Politics चिराग पासवान ने अपने सभी पत्ते खोल दिए हैं। उनकी पार्टी ने अपने पांचों उम्मीदवारों का नाम घोषित कर दिया है। लोजपा (रामविलास) ने ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को समस्तीपुर से उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने वैशाली सीट से वीणा देवी को मैदान में उतारा है। वह पहले चिराग को छोड़कर पारस गुट में शामिल हो चुकी हैं।
राजद कैंडिडेट को भारी बहुमत से हराकर जीत दर्ज की थी
वीणा देवी को टिकट मिलने के कुछ अहम कारण हैं। दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में भी लोजपा ने वीणा देवी पर भरोसा जताया था। उन्होंने वैशाली सीट पर तब राजद के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को दो लाख से अधिक वोटों से हराया था।
इसके बाद, वीणा देवी पार्टी में फूट होने के बाद पारस गुट में शामिल हो गईं थी। ऐसा माना जा रहा है कि चिराग ने उनकी जीत की मार्जिन को देखकर फिर से उनपर भरोसा जताया है।
हालांकि, इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में भी लोजपा कैंडिडेट ने ही इस सीट पर जीत दर्ज की थी। तब इस सीट पर रामा किशोर सिंह को प्रत्याशी बनाया गया था। उन्होंने राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी।
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